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पाकुड़ : उर्वरक व कीटनाशक का अधिक प्रयोग घातक - खृष्टमनी

कृषि प्रसार सेवा का डिप्लोमा सर्टिफिकेट वितरण कार्यक्रम आयोजित
Pakur : आत्मा पाकुड़ की ओर से कृषि व्यवसायियों के लिए कृषि प्रसार सेवा में डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित किया गया है. इसी के तहत 26 जुलाई को देसी क्लास के इनपुट डीलरों को वेलिडिक्टरी कार्यक्रम में डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रदान किया गया. इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिला परिषद अध्यक्ष जूली खृष्टमनी हेम्ब्रम, जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार व आत्मा पाकुड़ के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से किया. मौके पर खृष्टमनी हेम्ब्रम ने बताया कि खेतों में उचित मात्रा में ही खाद, पेस्टिसाइड आदि दिया जाए, अन्यथा इसका परिणाम उल्टा होता है और उपज कम हो जाती है. अशोक भगत ने बताया कि इनपुट डीलर किसानों को कृषि की तकनीकी जानकारी देने का काम करें. डिप्लोमाधारी डीलर अपने ज्ञान से किसानों को सबल बनाएं.

रसायनों के अंधाधुंध प्रयोग से बचें : जिला कृषि पदाधिकारी

इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि कृषि क्षेत्र में रसायनों का अंधाधुंध प्रयोग किया जा रहा है, उर्वरक और कीटनाशक या पेस्टिसाइड जमीन और पौधों दोनों के लिए नुकसान दायक है, इसका सही मात्रा में उपयोग करें. उन्होंने पंजाब का उदाहरण देते हुए कहा कि किसानों को जैविक खेती की तरफ मोड़ना है, जिससे जमीन की उर्वरा शक्ति बरकरार रहे. रसायनिक उर्वरक व पेस्टिसाइड का प्रभाव पौधे और मानव जाति पर ना पड़े, ताकि जमीन बंजर होने से बच सके, जैसा पंजाब के खेतो का हुआ है, वैसा न हो. डिप्लोमा सर्टिफिकेट वितरण कार्यक्रम में दो टॉपर कैंडिडेट अशोक कुमार ठाकुर व जिन्ना इस्लाम को गोल्ड सर्टिफिकेट अवार्ड दिया गया. कार्यक्रम में प्रखंड तकनीकी प्रबंधक मोहम्मद शमीम अंसारी, लेखापाल संजय चौधरी आदि उपस्थित रहे. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=707914&action=edit">यह

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