कई गांव-मोहल्ले हुए जलमग्न, कच्चे घरों के जमींदोज होने का खतरा
Pakur : पिछले पांच दिनों से हो रही बारिश से पाकुड़ जिले की नदियां उफान पर हैं. महेशपुर प्रखंड में परगना नदी उफान पर है, जबकि हिरणपुर व लिट़्टीपाड़ा प्रखंड में परगना व तोडा़ई नदी भर गई है. बताया जाता है कि 3 जुलाई को महेशपुर प्रखंड के परगना नदी पर बने पुल के ऊपर से पानी बह रहा था. दूसरी ओर नदी के निकट बसे गांव गदार पाड़ा में लगभग 50 घरों में नदी का पानी प्रवेश कर गया है. इससे यहां के लोगों को घर छोड़कर अन्यत्र शरण लेना पड़ा.डा़ई नदी के किनारे बसे गांव में अनहोनी की आशंका
[caption id="attachment_688107" align="aligncenter" width="300"]alt="" width="300" height="200" /> नदी के पानी से घरों के पास कटाव दिखाते लोग[/caption] इधर, डा़ई नदी के किनारे बसे गांव में भी पानी भर गया है, यहां कभी भी अनहोनी हो सकती है. बताया जाता है कि अधिक वर्षा के कारण नदी, नाला, जलाशय, तालाब आदि भर चुके हैं. इससे सबसे अधिक परेशानी गरीबों को हो रही है. लगातार वर्षा के कारण जिले के सैकड़ों कच्चे घरों पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. हालाकि इस वर्षा से लोगों को गर्मी से राहत मिली है साथ ही किसानों को धान रोपनी में सुविधा मिल रही है.
पहली बारिश में टूट गई एक माह पहले बनी पुलिया
[caption id="attachment_688111" align="aligncenter" width="300"]alt="" width="300" height="200" /> पहली बरसात में ध्वस्त हुई पुलिया[/caption] इस वर्षा के कारण नाले में पानी का बहाव तेज हो गया है, जिससे लिट्टीपाड़ा प्रखंड के जोरडीहा पंचायत के पंचायत भवन जाने के रास्ते में बनी पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है. बताया जाता है कि महज 1 माह पूर्व ही इस सड़क व पुलिया का निर्माण कराया गया था. पहली बारिश में इस पुलिया के टूटने से विभाग के ऊपर भी उंगली उठाई जा रही है. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=687801&action=edit">यह
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