Medininagar : पलामू जिले के 19 बड़े बालू घाटों की नीलामी प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. निविदा आमंत्रण की सूचना सितंबर के शुरू में जारी कर दी जाएगी. ज्ञात हो कि राज्य के मुख्य सचिव ने व्यावसायिक बालू घाटों की नीलामी प्रक्रिया सितंबर के पहले पखवाड़े तक पूर्ण करने का निर्देश दिया है. जिसके आलोक यह नीलामी प्रक्रिया चालू की गई है. झारखंड रेत खनन नियम 2025 के नियमों के अंतर्गत जिला सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार पलामू जिले में दूसरी श्रेणी के 19 बालू घाट चिह्नित हैं. जिनकी सात ग्रुप में नीलामी की जानी है.
उल्लेखनीय है कि 15 अक्टूबर से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल का प्रतिबंध समाप्त हो जाएगा. बालू घाटों की नीलामी पूरी होने के बाद बालू का खनन शुरू हो जाने की संभावना है. इससे लोगों को बालू की किल्लत से निजात मिलेगी. इन 19 बालू घाटों में अमानत नदी के सर्वाधिक नौ, उत्तरी कोयल के सात व सोन नदी के तीन घाट शामिल हैं.
जिला खनन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के चिह्नित द्वितीय श्रेणी के 19 बालू घाटों में कुल 101 करोड़ 30 लाख घन फीट से अधिक बालू है. इसमें सिंगरा स्थित बालू घाट का रकबा 205.03 हेक्टेयर है जो सबसे अधिक है. वहीं, कांके खुर्द का रकबा 4.08 हेक्टेयर है जो सबसे छोटा है. जिले के दो बालू घाट का रकबा 5 हेक्टेयर से कम है, जबकि 17 बालू घाट का रकबा 5 हेक्टेयर से अधिक है.
नीलामी 5 साल के लिए होगी
सिंगरा कला, सिंगरा खुर्द व कांके घाट को मिलाकर पहला ग्रुप बनाया गया है. इसका आधार मूल्य 235 करोड़ 38 लाख रुपए रखा गया है,जो सबसे अधिक है.बालू घाटों की नीलामी आगामी 5 वर्षों के लिए की जा रही है. बालू खनन की दृष्टि से झारखंड के सबसे बड़े जिले में शुमार होने के कारण पलामू में राज्य स्तर से मॉनिटरिंग की जा रही है. जिला खनन पदाधिकारी सुनील कुमार में बताया कि नीलामी में जिले के साथ-साथ राज्य के व्यवसायियों को नीलामी में भाग लेने के लिए आग्रह किया गया है.
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