Palamu : सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बर्खास्त अनुसेवक उपेंद्र कुमार पासवान (45 वर्ष) की शुक्रवार रात 2 बजे हार्ट अटैक से मौत हो गई. वे सदर प्रखंड के सिंगरा खुर्द गांव के रामदेव राम के पुत्र थे. उपेंद्र पासवान 2018 में समाहरणालय में अनुसेवक के पद पर नियुक्त हुए थे. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आधार पर डीसी ने सभी 251 अनुसेवकों को बर्खास्त कर दिया था, जिसमें उपेंद्र पासवान भी शामिल थे.
बर्खास्तगी के बाद से बीमार थे उपेंद्र
मार्च में बर्खास्तगी के बाद से लगातार चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी दोबारा अपनी नियुक्ति को लेकर संघर्षरत हैं. उपेंद्र के साथ बर्खास्त अनुसेवकों का कहना है कि बर्खास्तगी के बाद वे तनाव में थे, जिसकी वजह से उनकी मौत हुई है. बर्खास्त होने के बाद से वे अस्वस्थ भी थे. रांची में काफी दिनों तक उनका इलाज भी चला. इलाज में काफी पैसे खर्च हो जाने के कारण उनकी माली हालत अत्यंत खराब हो गई थी.
आश्रितों को नौकरी व मुआवजा देने की मांग
उपेंद्र की तीन बेटियां और एक बेटा है, जिसमें से दो बेटियों की शादी हो चुकी है. परिजनों का कहना है कि बर्खास्तगी के बाद से वह गहरे तनाव में थे और परिवार का भरण-पोषण भी कठिनाई से हो रहा था. परिजनों और सहयोगियों ने सरकार से मृतक के परिवार को मुआवजा व आश्रित को नौकरी देने की मांग की है.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें
Leave a Comment