Sanjeet Yadav
Palamu : सरकार ने अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए सख्त निर्देश दिये हैं. इस संदर्भ में आबकारी विभाग (एक्साइज डिपार्टपेंट) समय-समय पर अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाती है. लेकिन अब इस अभियान पर सवाल उठने लगे हैं. विभाग के दरोगा अनूप प्रकाश पर छापेमारी के नाम पर अवैध शराब माफियाओं से अवैध वसूली का आरोप है. हालांकि इस मामले में जब लगातार">https://lagatar.in/">लगातार
डॉट इन की टीम ने दरोगा अनूप प्रकाश से बात की तो उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने पैसे की लेन देन की बात को भी गलत ठहराया है.
शराब माफियाओं से बैंक खाते और कैश में करते हैं पैसे की उगाही
सूत्रों का कहना है कि पिछले तीन महीनों में छतरपुर और सतबरवा इलाके में की गयी छापामारी में कई लोगों को रंगे हाथ पकड़ा गया, लेकिन पैसे लेकर उन्हें छोड़ दिया गया. आरोप है कि एक्साइज विभाग के दरोगा अनूप प्रकाश ने छापेमारी में पकड़ाये अवैध शराब माफियाओं से मामले को रफा-दफा करने के लिए पे फोन पर 15,000 रुपये लिये. सूत्रों का कहना है कि दरोगा किसी अन्य खाते में पैसे मंगाते थे. इसके बाद उसे अपने खाते में ट्रांसफर करवाते थे. शराब माफियाओं से पैसे की उगाही बैंक खाते के अलावा कैश में भी जाती थी.
मामले का खुलासा हुआ तो दरोगा ने सिपाही को काम से हटा दिया
यह भी आरोप है कि जब मामले का खुलासा हुआ तो दरोगा ने बचने के लिए एक सिपाही को काम से हटा दिया. इस मामले की जानकारी एक्साइज विभाग के अधीक्षक संजीत कुमार देव को दी गयी है. उन्होंने जांच करने की बात कही है. इस खुलासे ने एक्साइज विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं. अब यह देखना होगा कि जिला प्रशासन इस कथित अवैध वसूली की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठायेगा या फिर इसे अनदेखा कर देगा.
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