छात्राएं नीलांबर पीतांबर स्कूल के एलकेजी में पढ़ती थीं
alt="" width="600" height="400" /> जानकारी के अनुसार सभी बच्चियां स्कूल से शौच करने के लिए निकली थी. स्कूल के बगल में ही एक सरकारी आहर बनाया गया था. उसी आहर में चारों छात्राएं डूब गई. ये छात्राएं नीलांबर पीतांबर स्कूल के एलकेजी में पढ़ती थीं. मृतकों में, आराधना कुमारी (8 वर्ष), छाया खाखा ( 6 वर्ष), सलमी कुमारी (6 वर्ष) और एक और छात्रा की पहचान नहीं हो पायी है, शामिल हैं.
घटना के बाद पूरे इलाके में मातम है
थाना प्रभारी प्रभात रंजन राय ने बताया कि हमें बच्चियों के डूबने की सूचना आज सुबह मिली है चारों बच्चियां कैसे डूबीं, इसका पता नहीं चल पाया है, पुलिस सभी बिंदुओं पर छानबीन कर रही है. घटना के बाद पूरे इलाके में मातम है. बच्चियां स्कूल से उस पुराने आहर तक कैसे पहुंचीं, इसका पता नहीं चल पाया है.प्रशासनिक अधिकारी घटना स्थल की ओर रवाना
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद जिले के आला अधिकारी भी घटना स्थल की ओर रवाना हो गये हैं. बता दें कि एक सप्ताह पहले पलामू के पिपरा थाना क्षेत्र में भी तालाब में डूबने से दो बच्चियों की मौत हो गयी थी. पलामू में स्कूल के शिक्षकों की लापरवाही से लागातार इस तरह की घटना घट रही है. सभी बच्चे स्कूल के ड्रेस में थे और स्कूल के समय ही घटना घटी थी.विधायक ने घटना पर जताया दुख
alt="" width="600" height="400" /> विधायक आलोक कुमार चौरसिया ने इस घटना पर दुख जताया हैं. उन्होंने मृतक बच्चियों के परिजनों से मुलाकात करने की बात कही. उन्होंने कहा कि अपने स्तर से सभी परिजनों को सहयोग करूंगा. उहोंने सरकार और जिला प्रशासन से अविलंब सभी मृतक बच्चियां के परिजनों को मुआवजे के तौर पर 10 लाख रुपए देने की भी मांग की है. इसे भी पढ़ें:विपक्षी">https://lagatar.in/opposition-mps-give-adjournment-notices-in-both-houses-of-parliament-to-discuss-manipur/">विपक्षी
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