Ranjit Kumar Medininagar (Palamu) : पलामू के दुबियाखांड़ में राजा मेदिनीराय के सम्मान में लगने वाले आदिवासी महाकुंभ विकास मेला को सरकार ने राजकीय मेला घोषित कर दिया है. इस घोषणा के बाद लोगों ने खुशी का इजहार किया है और कहा है कि यह पलामू वासियों के लिये बड़ा सम्मान है. वहीं मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा है कि राज्य स्तरीय पर्यटन संवर्धन समिति की अनुशंसा पर मुख्यमंत्री के अनुमोदन के उपरांत आदिवासी राजवंश के इतिहास के गवाह पलामू के इस एकमात्र मेला को राजकीय सम्मान दिया जाना बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि इसके लिये वे काफी समय से प्रयासरत थे. इस मेले को राजकीय मेले का दर्जा दिया जाना सभी के लिये गौरव की बात है. इसे भी पढ़ें-एचईसी">https://lagatar.in/holi-of-hec-employees-will-remain-fixed-salary-of-5-months-still-arrears/">एचईसी
कर्मचारियों की होली रहेगी फिकी, 5 माह का वेतन अब भी बकाया मालूम हो कि पलामू के दिग्गज राजनीतिज्ञ कहे जाने वाले इंदर सिंह नामधारी ने राजस्व मेला के रूप में इसका शुभारंभ किया था. जिसका उद्देश्य सरकारी विभाग मेला में विकास संबंधी लाभ स्थानीय, आदिवासी, मूलवासी को दे सके. पर हर वर्ष मंत्री-संतरियों की भीड़ लगती रही, पर अब इस मेंले को राजकीय मेला घोषित किये जाने के बाद इस मेले को उसका असली हक मिला है. [wpse_comments_template]
पलामू : दुबियाखांड़ में लगने वाला आदिवासी महाकुंभ मेला राजकीय मेला घोषित, लोगों ने खुशी का इजहार किया

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