बोकारो : 19 नवंबर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानून को वापस लेने की घोषणा की. देश के किसानों से माफी मांगी एवं कृषि कानूनों को इसी माह शुरू होने वाले संसद सत्र में कानून वापसी की प्रक्रिया लागू करने का वादा किया. यह बात सीपीआई(एम) एवं झामुमो ने नया मोड़ स्थित बिरसा मुंडा चौक पर सभा को सम्बोधित करते हुए कहा. आंदोलनरत किसानों के बीच जश्न का माहौल है. झारखंड मुक्ति मोर्चा एवं सभी विपक्षी पार्टी किसानों के ऊपर थोपे गए तीनों कृषि कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन के समर्थन में हमेशा साथ खड़ी रही. झारखंड मुक्ति मोर्चा हमेशा से किसान और मजदूर के अधिकारों को लेकर आंदोलन करता रहा है. किसानों के हित में संघर्ष कर रहे सभी लोगों को बधाई देते हुए कहा कि तमाम जन विरोधी कानूनों के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष के लिए आगे बढ़े. यह भी पढ़ें :राकोमसं,">https://lagatar.in/rcom-intuc-celebrated-indira-gandhis-birth-anniversary">राकोमसं,
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आंदोलन से घबराकर पीएम ने लिया कृषि कानून वापस

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