Ranchi (Saurav Singh) : टेंडर घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार पंकज मिश्रा से ईडी की टीम पूछताछ कर रही है. गौरतलब है कि अवैध खनन और ट्रांसपोर्टेशन के जरिए 100 करोड़ से अधिक की कमाई के आरोप में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत के साथ छह दिनों की रिमांड पर लिये जाने के बाद गुरुवार को पंकज मिश्रा को पूछताछ के लिए एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी कार्यालय लाया गया है. ईडी के अधिकारी उनसे अवैध कमाई सहित अन्य मामलों को लेकर पूछताछ कर रही है.
19 जुलाई को ईडी ने किया था गिरफ्तार
पंकज मिश्रा को ईडी की टीम ने 19 जुलाई की शाम को गिरफ्तार कर लिया था. ईडी ने मनी लांड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए पंकज मिश्रा को अपने कार्यालय बुलाया था. सुबह करीब 11 बजे पंकज मिश्रा ईडी के सवालों का जवाब देने के लिए पहुंचे थे. दिनभर ईडी के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की. शाम में उन्हें ईडी ने गिरफ्तार कर लिया गया.
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पंकज मिश्रा और उनके सहयोगियों के 37 बैंक खातों में थे 11.88 करोड़ रुपए
अवैध खनन मामले में पंकज मिश्रा, दाहू यादव और उनके सहयोगियों के 37 बैंक खातों में 11.88 करोड़ रुपये जमा थे, जिसे ईडी ने जब्त कर लिया है. इससे पहले, ईडी ने साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा में 19 स्थानों पर तलाशी ली गयी थी. इस दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और 5.34 करोड़ रुपये जब्त किये गये थे. तलाशी अभियान के दौरान ईडी ने अवैध रूप से संचालित किए जा रहे पांच स्टोन क्रशर और पांच अवैध बंदूक और कारतूस भी जब्त किए थे.
अवैध खनन से 100 करोड़ की हुई है कमाई
साहिबगंज में अवैध खनन से 100 करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाये गये हैं. जिसमें कई नौकरशाहों और राजनेताओं के पैसे भी शामिल हैं. ये बातें ईडी ने 15 जुलाई को जारी प्रेस रिलीज में कही थीं. ईडी को विभिन्न व्यक्तियों के बयानों, डिजिटल साक्ष्यों और दस्तावेजों सहित जांच के दौरान एकत्र किए गए सबूतों से पता चला कि जब्त नकदी/बैंक बैलेंस वन क्षेत्र सहित साहिबगंज क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किए जा रहे अवैध खनन से प्राप्त हुए हैं.
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ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंकज मिश्रा पर केस दर्ज किया था
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंकज मिश्रा पर बीते चार जून को केस दर्ज किया था. उन पर साहिबगंज जिले के बरहरवा थाने में वर्ष 2020 में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इस मामले में ईडी ने शंभु नंद कुमार का बयान भी दर्ज किया था. शंभु ने ईडी को दिये अपने बयान में राज्य के कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम का नाम लिया था.
ईडी ने बरहरवा केस किया है टेकओवर
साहिबगंज जिले के बरहरवा में जून 2020 के टेंडर विवाद में एक केस दर्ज किया गया था. जिसे इडी ने टेकओवर कर लिया है. बरहरवा का यह केस शंभु नंदन कुमार उर्फ शंभु भगत ने दर्ज कराया था. उन्होंने टेंडर विवाद के मामले में बरहरवा थाने में मंत्री आलमगीर आलम व पंकज मिश्रा के इशारे पर मारपीट करने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. लेकिन दोनों ही आरोपियों को साहिबगंज पुलिस ने क्लीन चिट दे दी थी.
मंत्री के भाई की कंपनी टेंडर में थी शामिल
शंभु नंदन ने इडी को बताया कि मंत्री आलमगीर आलम के भाई की कंपनी नगर पंचायत बरहरवा में वाहन प्रवेश शुल्क वसूली के टेंडर में शामिल थी. उक्त कंपनी ने एक डमी कंपनी खड़ी कर पांच करोड़ रुपये तक की बोली लगवा दी. बाद में पैसा जमा नहीं कराने पर दूसरी बोली 1.46 करोड़ में आलमगीर आलम के भाई की कंपनी ने ठेका ले लिया. शंभु ने यह भी बताया कि उन्हें इसकी भनक थी, इसलिए उन्होंने इस ठेके को 1.80 करोड़ में ले लिया. शंभु ने 22 अप्रैल को इडी में आवेदन देकर पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया था कि कुछ संदिग्ध लोग पीछा कर रहे हैं.
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