Ranchi : रिम्स में पैरामेडिकल छात्रों और एमबीबीएस छात्र के बीच हुई झड़प के मामले की जांच के लिए गठित समिति के समक्ष दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी बातें रखीं और आपसी सहमति से समझौता भी किया था.
उस समय पैरामेडिकल छात्रों ने आश्वासन दिया था कि वे सेवाओं में व्यवधान नहीं डालेंगे. इसके बावजूद सोमवार को पैरामेडिकल छात्र पुनः चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन पर उतर आए और मुख्य शैक्षणिक भवन के प्रवेश द्वार को अवरुद्ध कर दिया.
प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि जो छात्र इस प्रदर्शन में शामिल होकर कक्षाओं से अनुपस्थित हो रहे हैं उन्हें नियमावली के अनुसार अनुपस्थित चिह्नित किया जाएगा. यदि उनकी उपस्थिति न्यूनतम मानक से कम रह जाती है तो उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी. साथ ही यह भी संज्ञान में आया है कि कुछ लोग छात्रों को भड़काने का काम कर रहे हैं.
समिति की जांच रिपोर्ट के आधार पर चिन्हित दोषियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है. मेडिकल और पैरामेडिकल इंटर्न का एक महीने का वेतन रोकने सहित दंडात्मक कदम उठाए गए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.
इधर डॉ प्रदीप भट्टाचार्य, डॉ विद्या सागर, डॉ मनोज कुमार, डॉ लखन मांझी और डॉ राजीव रंजन ने छात्रों से संवाद किया. बातचीत के बाद पैरामेडिकल छात्र अपने प्रशिक्षण पर लौट गए.
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