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कानून के जरिए कृषि क्षेत्र में बढ़े हुए निवेश तैयार करने में मदद मिलेगी
इसमें कहा गया है कि समिति उम्मीद करती है कि हाल ही में लागू किया गया आवश्यक वस्तु (संशोधन) कानून 2020, देश के कृषि क्षेत्र में अनछुए संसाधनों को खोलने में मददगार साबित होगा. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस कानून के जरिए कृषि क्षेत्र में बढ़े हुए निवेश तैयार करने में मदद मिलेगी, जिससे कृषि मार्केटिंग में न्यायपूर्ण और उत्पादक प्रतियोगिता होगी और किसानों की कमाई में इजाफा होगा. कमेटी ने इन फायदों को गिनाते हुए सरकार को आवश्यक वस्तु (संशोधन) कानून 2020 लागू करने का प्रस्ताव दिया है. पैनल का कहना है कि सरकार को बिना किसी रुकावट के इसे लागू करना चाहिए, ताकि किसानों और कृषि क्षेत्र से जुड़े अन्य स्टेकहोल्डरों को इस कानून में बताए गए फायदे जल्द से जल्द मिल सकें. इसे भी पढ़ें : सुप्रीम">https://lagatar.in/supreme-court-question-how-many-generations-reservation-will-continue-what-does-equality-mean-when-there-is-no-50-percent-limit/39832/">सुप्रीमकोर्ट का सवाल, कितनी पीढ़ियों तक आरक्षण जारी रहेगा, 50 प्रतिशत की सीमा नहीं रहने पर समानता का क्या मतलब
बंपर फसलें आने के बावजूद किसानों को होता है नुकसान
सदीय पैनल की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां देश में अधिकतर कृषि उत्पादों की अतिरिक्त पैदावार होने लगी है, वहीं किसानों को अभी भी कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउसेज, और एक्सपोर्ट सुविधाओं में खराब निवेश के चलते अपनी फसल के बेहतर दाम पाने में मुश्किल होती है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आवश्यक वस्तु कानून 1955 में किसानों के लिए प्रोसेसिंग और एक्सपोर्ट की सुविधा को बढ़ावा नहीं दिया जाता था, जिससे बंपर फसलें आने के बावजूद किसानों को बड़े नुकसान उठाने पड़ते हैं. इसे भी पढ़ें : पश्चिम">https://lagatar.in/election-commission-meeting-in-delhi-on-west-bengal-violence-today-visit-to-bengal-on-23rd/39826/">पश्चिमबंगाल हिंसा पर दिल्ली में चुनाव आयोग की बैठक आज, 23 को बंगाल दौरा
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