Jamshedpur : परसुडीह में 7 जुलाई को बाजार समिति के पास बर्मामाइंस आशीर्वाद होटल के संचालक मकदमपुर निवासी अलोक कुमार द्वारा आरटीआई कार्यकर्ता कमलेश कुमार पर पांच लाख रुपए रंगदारी मांगने के मामले में पिछले दिनों कमलेश कुमार ने अग्रिम जमानत ली. जमानत लेने के बाद कमलेश कुमार उक्त मामले को झूठा बताते हुए साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया है. एसएसपी को एक पत्र लिखकर मामले की जांच कर केस रद्द करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद विधि संगत जांच होनी चाहिए. प्राथमिकी सुनियोजित ढंग से थाना प्रभारी द्वारा बनाई गई है. उन्होंने दावा किया सुबह 6.45 बजे रंगदारी मांगने का आरोप लगाया गया उस समय वे घर पर थे. इसका सीसीटीवी फुटेज भी है. वे घर से सुबह नौ बजे के बाद निकले हैं. इसे भी पढ़ें : Pandora">https://lagatar.in/pandora-papers-white-truth-of-black-money-includes-380-indians-including-sachin-anil-ambani-nirav-modi-jackie-shroff-nira-radia/">Pandora
Papers: काला धन का सफेद सच, सचिन, अनिल अंबानी, नीरव मोदी, जैकी श्रॉफ, नीरा राडिया सहित 380 भारतीय शामिल! उनके घर में लगे सीसीटीवी को देखा जा सकता है. घटना के बाद परसुडीह थाना में रात 8.30 बजे दर्ज किया जाना और थाना रिकॉर्ड में प्रवेश का समय रात्रि 11.08 मिनट पर है, जिसका प्रवेश नंबर 40 है. उक्त प्राथमिकी को बनावटी बताते हुए कहा कि शिकायतकर्ता के घर से एक किमी दूर थाना है. घटना के 13 घंटे बाद मामला दर्ज किया जाना अपने आप में साजिश साबित करता है. इससे पूर्व 24 अगस्त को भी एसएसपी से शिकायत की गई थी. उधर, थाना प्रभारी से भी सूचना के अधिकार के तहत अपने मामले में विभिन्न जानकारियां उपलब्ध कराने को कहा है. उन्होंने कहा कि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे हाईकोर्ट की शरण भी ले सकते हैं. [wpse_comments_template]
परसुडीह : आरटीआई कार्यकर्ता ने कहा- रंगदारी मामले में फंसाया गया, सुबह 6.45 बजे वे घर में थे

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