प्रधानमंत्री मोदी ने विभाजन के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की
NewDelhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के शीर्ष नेताओं ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के मौके पर भारत के बंटवारे के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की. पीएम मोदी ने देश के बंटवारे के दौरान जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज के दिन वह राष्ट्र में एकता और भाईचारे के बंधन की रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराते हैं. मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर, हम उन अनगिनत लोगों को याद करते हैं जो विभाजन की भयावहता के कारण प्रभावित और पीड़ित हुए. आगे लिखा कि यह उनके साहस को श्रद्धांजलि देने का भी दिन है, जो मानव प्रतिरोध की शक्ति को दर्शाता है. मोदी ने कहा कि विभाजन से प्रभावित बहुत से लोगों ने अपने जीवन को नये सिरे से शुरू किया और अपार सफलता प्राप्त की. आज, हम अपने राष्ट्र में एकता और भाईचारे के बंधन की हमेशा रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराते हैं.
On #PartitionHorrorsRemembranceDay, we recall the countless people who were impacted and greatly suffered due to the horrors of Partition. It is also a day to pay tributes to their courage, which illustrates the power of human resilience. A lot of those impacted by Partition went…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2024
2021 में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जा रहा
बता दें कि वर्ष 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन द्वारा भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान का निर्माण एक मुस्लिम देश के रूप में किया गया था. उस दौरान लाखों लोग विस्थापित हुए थे और बड़े पैमाने पर दंगे भड़कने के कारण कई लाख लोगों की जान चली गयी थी. इसके बाद पाकिस्तान 14 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है. वहीं भारत 15 अगस्त को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनायेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2021 में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी.
अमित शाह, राजनाथ सिंह, जे पी नड्डा सहित कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, जे पी नड्डा सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने भी बुधवार को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के मौके पर भारत के बंटवारे के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की. कहा कि वे एक सशक्त भारत के निर्माण के लिए काम कर रहे हैं, ताकि फिर कभी इस देश को ऐसे कठिन दौर से न गुजरना पड़े. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर मैं उन सभी लोगों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जो देश के विभाजन से पैदा हुई परिस्थितियों में हिंसा और नफरत के शिकार हो गये. आज वर्षों बाद भी उसकी पीड़ा देश में महसूस की जाती है. उन्होंने कहा कि विभाजन की उस विभीषिका को याद करके हम सभी लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक नये, एकजुट और सशक्त भारत के निर्माण के लिए काम कर रहे हैं, जिससे फिर कभी इस देश को ऐसे कठिन दौर से न गुजरना पड़े.
‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर मैं उन सभी लोगों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ जो देश के विभाजन से पैदा हुई परिस्थितियों में हिंसा और नफ़रत के शिकार हो गये।आज वर्षों बाद भी उसकी पीड़ा देश में महसूस की जाती है।
विभाजन की उस विभीषिका को याद करके हम सभी लोग…
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) August 14, 2024
इतिहास को स्मृति में बसाकर, उससे सीख लेकर ही एक राष्ट्र अपने मजबूत भविष्य का कर सकता निर्माण
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 1947 में भारत के विभाजन के दौरान अमानवीय पीड़ा से गुजरने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि जो राष्ट्र अपने इतिहास को याद रखता है वह मजबूत भविष्य बना सकता है और एक शक्तिशाली देश के रूप में उभर सकता है. ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन ने 1947 में आज ही के दिन भारत का बंटवारा कर दिया था, जिससे पाकिस्तान का एक नये राष्ट्र के रूप में जन्म हुआ था. बंटवारे के बाद बड़े पैमाने पर हुए दंगों में लाखों लोग विस्थापित हुए थे और कई लोगों की जान चली गयी थी. शाह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर उन लाखों लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने इतिहास के सबसे क्रूर प्रकरण के दौरान अमानवीय पीड़ाओं का सामना किया, जीवन खो दिया और बेघर हो गये. उन्होंने लिखा कि अपने इतिहास को स्मृति में बसाकर, उससे सीख लेकर ही एक राष्ट्र अपने मजबूत भविष्य का निर्माण कर सकता है और एक शक्तिशाली देश के रूप में उभर सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से इस दिवस को मनाने की परंपरा राष्ट्रनिर्माण की ओर उठाया गया मजबूत कदम है.
On Partition Horrors Remembrance Day my homage to the millions who suffered inhumane pains, lost lives, turned homeless during this most hideous episode of our history.
Only a nation that remembers its history can build its future and emerge as a powerful entity. Observing this… pic.twitter.com/Re9uEmy0xB
— Amit Shah (@AmitShah) August 14, 2024
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ 1947 के उस क्रूर घटनाक्रम का स्मरण कराता है, जब संसार को ‘वसुधैव कुटुंबकम’ और ‘सर्वे भवंतु सुखिनः’ का संदेश देने वाले हमारे महान राष्ट्र को ‘राजनीतिक स्वार्थ’ के लिए बांट दिया गया था. उन्होंने कहा कि इस दौरान लोगों ने अत्यंत अमानवीय यातनाएं सही, पलायन के निर्दय कष्ट उठाए, अपने परिश्रम से कण-कण जोड़कर बनाए घर-द्वार, संपत्ति से वंचित हो गये, असंख्य लोगों ने जीवन खो दिया. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाने का निर्णय हमें उन समस्त काले अध्याय व घटनाओं का स्मरण कराता है. यह हमारे महान राष्ट्र को अखंड, शक्तिशाली व महान होने की दिशा में अग्रसर करेगा.
आज 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' 1947 के उस क्रूर घटना का स्मरण कराता है, जब संसार को 'वसुधैव कुटुंबकम' और 'सर्वे भवंतु सुखिनः' का संदेश देने वाले हमारे महान राष्ट्र को राजनीतिक स्वार्थ के लिए बांट दिया गया था।
इस दौरान लोगों ने अत्यंत अमानवीय यातनाएं सही, पलायन के निर्दय कष्ट…
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) August 14, 2024
केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने कहा कि 1947 में धर्म के आधार पर हुआ देश का विभाजन भारतीय इतिहास का एक अमानवीय और काला अध्याय है. उन्होंने कहा कि आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर उन सभी लोगों का स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्हें देश के विभाजन के समय अपनी जिंदगी गंवानी पड़ी. देश इस विभाजन की विभीषिका कभी नहीं भूलेगा. वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि विभाजन एक ऐसा कार्य था जिसके मानवीय परिणाम इसके भू-राजनीतिक परिणामों से मेल खाते थे. विभाजन विभीषिका स्मरण दिवस पर, हम उन सभी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने अकल्पनीय दर्द और पीड़ा को सहन किया.
1947 में धर्म के आधार पर हुआ देश का विभाजन भारतीय इतिहास का एक अमानवीय और काला अध्याय है। आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर उन सभी लोगों का स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, जिन्हें देश के विभाजन के समय अपनी ज़िंदगी गँवानी पड़ी। देश इस विभाजन की विभीषिका कभी नहीं…
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 14, 2024
The Partition was an act whose human consequences matched its geopolitical ones.
On #PartitionHorrorsRememberanceDay, we pay our tribute to all those who endured unimaginable pain and suffering.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 14, 2024
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