Dumka : उपराजधानी दुमका में पिछले 2 वर्षों से एक पुल की वजह से आम लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. जिले के जामा प्रखंड स्थित भुरभुरी पुल दुमका-भागलपुर मुख्य मार्ग पर बना है. यह मार्ग पश्चिम बंगाल और दुमका के लोगों को भागलपुर के रास्ते या बिहार को जोड़ता है. आवागमन के लिहाज से यह पुल काफी महत्वपूर्ण है. रोज हजारों की संख्या में बड़े ट्रक सहित बड़ी संख्या में यात्री बस इस सड़क से गुजरते हैं.
दुमका से गोड्डा, हंसडीहा भागलपुर, सहरसा समेत गंगा पार के इलाके के लोग इसी सड़क मार्ग का इस्तेमाल करते हैं. दो वर्ष पूर्व इस पुल का एक पाया क्षतिग्रस्त हो गया था. लाखों रुपये खर्च कर उसे एक वर्ष में बनाया गया. परंतु मात्र एक माह के अंदर फिर इसे बंद कर दिया गया. कहा गया कि पुल की स्थिति अभी ठीक नहीं है. पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है.
सभी यात्री बस गांव की संकरी और ऊबड़-खाबड़ सड़क से गुजरती हुई अपने गंतव्य के लिए मुख्य सड़क तक जाती है. इस बीच यात्री हिचकोले खाते हुए एक घंटे की यात्रा दो से ढाई घंटे में पूरी करते हैं. नोनीहाट, हंसडीहा, गोड्डा, भागलपुर से दुमका आना हो तो बस पर दो बार सवार होना पड़ेगा. संचालकों ने पुल के दोनों ओर बस लगा रखी है. य़ात्री उतर कर पुल पार कर दूसरी बस पर चढ़ते हैं. इस बीच अगर भारी सामान हो या कोई वृद्ध, बीमार या अस्वस्थ हो तो उसकी परेशानी बढ़ जाती है. स्थानीय जन प्रतिनिधियों का कहना है कि सरकार और प्रशासन से गुहार लगाई जा चुकी है. बावजूद इस पुल को दुरुस्त कर आवागमन को सुगम क्यों नहीं बनाया जा रहा, इस सवाल का जवाब ढूंढा जा रहा है.
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