झारखंड पुलिस ने एक करोड़ का इनाम कर रखा है घोषित
Saurav Singh
Ranchi: बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी माओवादी के सचिव और एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल दा उर्फ पतिराम मांझी है झारखंड में माओवादियों का रणनीतिकार है. पतिराम मांझी गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है. पिछले दो साल के दौरान पतिराम मांझी ने साजिश रच कर एक के बाद एक तीन बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है. इन नक्सली वारदात में 12 पुलिस के जवान शहीद हो गए. पतिराम मांझी झारखंड पुलिस के अलावा एनआईए के रडार पर भी है. झारखंड पुलिस ने जहां पतिराम मांझी के ऊपर एक करोड़ इनाम घोषित कर रखा है वहीं एनआईए ने पांच लाख का इनाम घोषित किया है. पतिराम मांझी की तलाश में राज्य पुलिस के साथ सीआरपीएफ, जगुआर पुलिस, कोबरा बटालियन जुटी हुई है.
हथियार और गोला-बारूद लूटने के लिए पतिराम मांझी ने रची थी पांच पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश
14 जून 2019 को सरायकेला जिले के तीरूलडीह के कुकुरूहाट बाजार में भाकपा माओवादियों ने पेट्रोलिंग करने निकली पुलिस टीम पर हमला कर पांच पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था. इस मामले की एनआईए जांच कर रही है. एनआईए की जांच से पता चला है कि माओवादी के अन्य नेताओं की मिलीभगत से बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी माओवादी के सदस्य और बिहार- झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी माओवादी के सचिव अनल दा उर्फ पतिराम मांझी ने साजिश रची थी. पुलिस कर्मियों पर हमले की योजना घटना से एक महीने पूर्व बनाई गई थी.
घटना की जगह का पुनरावृत्ति लगभग एक महीने के लिए किया गया था और बीते 13 जून 2019 को सरायकेला जिले के अरहंजा जंगल में घटना को अंजाम देने की अंतिम योजना बनाई गई थी.माओवादियों ने मिनट के विवरण की योजना बनाई थी और हमले के लिए बड़े स्तर पूर्वाभ्यास किया था. जांच में यह ने यह भी पता चला की किया है कि बुंडू-चांडिल सब जोन के जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक के नेतृत्व में इस योजना को अंजाम दिया गया था, जिसने भाकपा माओवादी के जमीनी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने भी इस हमले में माओवादियों की मदद की थी.
पुलिसकर्मियों के हथियार और गोला-बारूद लूटने के लिए हमले को अंजाम दिया गया था. जिससे माओवादी संगठन को और मजबूती मिली. इस मामले में आगे की जांच जारी है. एनआईए ने एक करोड़ के इनामी अनल दा उर्फ पतिराम मांझी समेत 18 नक्सलियों पर चार्जशीट दायर की है.
4 पुलिसकर्मियों की हत्या के लिए पतिराम मांझी ने तीन नक्सलियों की टीम का किया था गठन
लातेहार के चंदवा थाना क्षेत्र स्थित चंदवा के लुकईया मोड के पास 22 नवंबर 2019 को नक्सली हमले में चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस हमले की साजिश एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल दा उर्फ पतिराम मांझी ने रची थी. इसका एनआईए जांच में खुलासा हुआ है. एनआईए जांच में खुलासा हुआ है कि भाकपा माओवादी के केंद्रीय समिति सदस्य और बिहार झारखंड माओवादी के विशेष क्षेत्र समिति के सचिव पतिराम मांझी ने अन्य वरिष्ठ माओवादी नेताओं की मिलीभगत से पुलिस की पेट्रोलिंग टीम पर हमले की साजिश रची थी.
पुलिस पेट्रोलिंग टीम पर हमला करने के लिए एक सप्ताह पूर्व योजना बनाई गई थी. भालूजंघा जंगल में घटना की निष्पादन की अंतिम योजना बनाई गई थी. सावधानीपूर्वक हमले को अंजाम देने के लिए तीन नक्सलियों की टीमों का गठन किया था. एनआईए जांच में खुलासा हुआ है कि 15 लाख के इनामी नक्सली रवींद्र गंझू के नेतृत्व में योजना को अंजाम दिया गया था.
पतिराम मांझी ने रची थी लांजी नक्सली हमले की साजिश
चाईबासा जिले के टोकलो थाना क्षेत्र के लांजी गांव स्थित पहाड़ी के क्षेत्र में बीते चार मार्च को आइईडी विस्फोट में झारखंड जगुआर के तीन जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की साजिश एक करोड़ के इनामी नक्सली पतिराम मांझी ने महाराजा प्रमाणिक के साथ मिलकर रची थी. इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है. टोकलो थाना में दर्ज मामले को एनआईए ब्रांच रांची ने टेकओवर करते हुए कांड संख्या आरसी 02/2021 दर्ज किया है. एनआईए ने इस मामले के एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल दा उर्फ पतिराम मांझी समेत 33 नक्सलियों को नामजद आरोपी बनाया है.