लतरातू जलाशय लोगों की है जीवनदायिनी, आकर्षण का केंद्र भी
मत्स्य पालन का प्रशिक्षण देकर लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा
[caption id="attachment_365231" align="alignnone" width="1280"]alt="" width="1280" height="720" /> ग्राम संसद भवन में कार्यशाला में उपस्थित मत्स्य पालक.[/caption] उप मत्स्य निदेशक शिव शंकर सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के अनुसूचित जाति के मत्स्य कृषकों को मत्स्य पालन का प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. जिला मत्स्य प्रसार पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि पटमदा और बोड़ाम जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में काफी संख्या में जलाशय बने हुए हैं. यहां के ग्रामीण मछली पालन से भी अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला रहे हैं. कार्यशाला में उप मुख्य निदेशक रवि शंकर सिंह, वरीय कंसलटेंट सुभाष दास, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार वर्मा, मत्स्य प्रसार प्रवेक्षक मो. नाजीमुल्लाह अंसारी, मत्स्य मित्र स्वपन कैवर्त, प्रधान महतो , श्रीमंत मिश्रा, खांदू सिंह सहित काफी संख्या में मत्स्य पालक उपस्थित थे. [wpse_comments_template]