Patamda : किसी भी क्षेत्र, गांव या कस्बे के विकास में सड़क का महत्वपूर्ण योगदान होता हैं. सड़कों के कारण शहर से गांव की दूरी भी कम हो जाती हैं. सड़कों से यातायात तो सुगम होती ही है साथ ही अन्य विकास कार्य को भी तेजी मिलती है, लेकिन अगर पटमदा क्षेत्र की महत्वपूर्ण सड़कोंं की बात करें तो इनका निर्माण कार्य शुरू होने का हवाला देकर सभी नेता अपना पल्ला झाड़ रहे हैं. पटमदा क्षेत्र के टाटा-पटमदा मुख्य मार्ग की स्थिति इतनी बदहाल हो गई है कि वहां कभी भी बड़ी दुर्धटना घट सकती है. वही बड़ाबाजार से बंधवान को जोड़ने वाली दो राज्यों की लाइफ लाइन मुख्य सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है. कांकीडीह मोड़ से दांदुडीह तक जाना पड़े तो लोग हाय तोबा करने लगते हैं.
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जल्ला कॉलेज मोड़ से कमलपुर होते हुए जामबनी तक जाने वाली सड़क में चार पहिया तो छोड़िए दो पहिया और साईकिल लेकर जाना भी मुश्किल लगता हैं. इन सड़कों से अपने-अपने गांव तक जाने वाले ग्रामीणों की पीड़ा को सुनने वाला कोई नहीं है. जब किसी भी नेता से इन सड़कों के निर्माण कार्य या मरम्मत करवाने की बात करते हैं, तो नेताओं के द्वारा सिर्फ आश्वासन ही मिलता है. अभी तक इन सड़कों के निर्माण कार्य के प्रति कोई भी जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं हैं. लोग आश्वासन का घुट पीकर जीवन जीने को मजबूर हैं. आगुईडांगरा गांव के ग्रामीण खगेन महतो बताते हैं कि हमारे गांव तक जाने वाली सड़क पूरी तरह गड्ढे में तब्दील हो गई है. इस सड़क के निर्माण के लिए सभी जनप्रतिनिधियों से मांग की गई, लेकिन आज तक सड़क के हालात में किसी प्रकार का सुधार नहीं हुआ.
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