: ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय की बहन लक्ष्मी ने पदाधिकारियों को बांधा रक्षा सूत्र
किसानों के लिए प्रेरणास्रोत, लीज पर भी खेत लेकर करते हैं खेती
[caption id="attachment_733752" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="400" /> रंजीत गोराई के खेत का दृश्य.[/caption] रंजित अपने खेत के अलावे जोड़सा गांव में लीज पर जमीन लेकर खेती कर रहे हैं. इंटर पास 30 वर्षीय युवा किसान के खेती करने का जज्बा ऐसा है कि खरीफ की खेती के मौसम जून माह से जुलाई माह में जहां बारिश कम होने से किसान धान की खेती नहीं कर पा रहे थे और गड्ढों, तालाब एवं नाला में इक्ट्ठा पानी से धान का बिचड़ा बचाने में लगे हुए थे. ऐसी परिस्थिति से जुझते हुए रंजित बंधागोभी एवं फुलगोभी का अगेती बिचड़ा उत्पादन इकाई में तैयार कर अपने खेतों में रोपाई करते रहे. किट रहित बिचड़ा उत्पादन ईकाइयों में एक बार में करीब 80 हजार बिचड़ा तैयार हो जाता है. आत्मविश्वास से लबरेज रंजित गोभी की अगेती उत्पादन होने से काफी लाभ मिलने की उम्मीद से खेती में जी जान से लगे हैं. रंजित अन्य किसानों के लिए प्रेरणा हैं जो केवल धान की खेती एवं वर्षा पर आश्रित हैं. मौसम की बेरूखी एवं अल्प वृष्टि होने के कारण धान के स्थान पर वैकल्पिक फसल के रूप में सब्जी की खेती को प्राथमिक फसल के रूप में अपनाते हुए आय बढ़ा सकते हैं. [wpse_comments_template]
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