क्या कहा वेंडरों ने
जब लगातार डॉट इन के संवाददाता ने वेंडरों से बात की, तो सब वेंडर राम प्रसाद चौरसिया ने बताया कि निगम ने इस साल फुटपाथ दुकानदारों का चयन करने में टाउन वेंडिंग कमिटी को शामिल नहीं किया, जो गैरकानूनी है.निगम ने लिस्ट में नाम ही शामिल नहीं किया
वहीं, अनीता ने कहा कि 2016 में चयनित फुटपाथ दुकानदारों में से बहुत सारे दुकानदारों का इस साल निगम ने लिस्ट में नाम ही शामिल नहीं किया. अनीता ने निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि निगम लिस्ट ही नहीं जारी कर रहा है. बाहरी लोगों से पैसा लेकर इस बार फुटपाथ दुकान दी जा रही है. मैं निगम से मांग करती हूं कि टाउन वेंडिंग कमिटी के सदस्यों को निगम नयी फुटपाथ दुकान दे. पुराने दुकानदार को पहले व्यवस्थित करे और उन्हें 3×4 की जगह 6×4 की दुकान दी जाये. इसे भी पढ़ें – 88">https://lagatar.in/88-years-ago-in-1932-a-landlord-of-pakur-was-murdered-in-kolkata-with-a-biological-weapon/">88साल पहले 1932 में पाकुड़ के एक जमींदार की कोलकाता में हुई थी जैविक हथियार से हत्या [wpse_comments_template]

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