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भागदौड़ भरी जिंदगी में वक्त निकाल कर खुद के स्वास्थ्य पर ध्यान दें :  राज्यपाल

Ranchi :  हमें अपने आप को संतुष्ट रखने की जरूरत है और इसमें दवा नहीं योग सबसे महत्वपूर्ण है. जितना ज्यादा दवा लेंगे उतना दुष्प्रभाव होगा. हम खुश होंगे तो परिवार का हर एक सदस्य खुश रहेगा. रविवार को आईएमए के सभागार में योग वाणी सेमिनार के दौरान राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उक्त बातें कहीं. (पढ़ें, फिल्म">https://lagatar.in/team-of-film-nasoor-met-cm-hemant-soren/">फिल्म

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शरीर को स्कैन करने वाले युग में खुद को स्कैन करने की जरुरत 

राज्यपाल ने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें अपने भागदौड़ भरी जिंदगी में कुछ समय खुद के लिए निकालने की जरुरत है. आधुनिक चिकित्सा पद्धति में शरीर को स्कैन करने वाली कई अत्याधुनिक मशीनें है, लेकिन जरूरत है कि स्वयं को स्कैन करें. स्वस्थ जीवन जीना है तो योग को अपनाना जरूरी है. विश्व को योग का संदेश भारत ने दिया है. जीवन में खुश रहे. आगे कहा कि मानसिक तनाव क्यों बढ़ रहा है, इस पर चिंतन करने की जरुरत है. योग का व्यापक प्रचार प्रसार हुआ है और अब यूएई के लोग भी योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं. https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/07/Untitled-8-16-150x150.jpg"

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स्वस्थ समाज के लिए योग महत्वपूर्ण : पद्मश्री डॉ एचआर नगेंद्र

पीएम नरेंद्र मोदी के योग सलाहकार व स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान समस्थाना यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर पद्मश्री डॉ एचआर नागेंद्र स्वामी ने कहा कि विश्व भर में 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है. हर दिन 40 मिनट योग करने में समय दें. इसे अपने जीवन में लागू करें. तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए योग को अपनाना जरूरी है. स्वस्थ समाज को जागृत करना है, तो योग को अपने जीवन में अपनाना महत्वपूर्ण है. अगले साल तक पूरे विश्व के 25 करोड़ लोग को योग से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. इसे भी पढ़ें : गुमला">https://lagatar.in/gumla-rape-with-minor-tribal-girl-case-registered/">गुमला

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फिजियोथैरेपिस्ट से पहले योग एक्सपोर्ट से सलाह लें : डॉ संजय कुमार

झारखंड न्यूरोसाइंस सोसायटी के सेक्रेटरी डॉ संजय कुमार ने कहा कि पूरे विश्व को योग के माध्यम से स्वस्थ रहने की कला भारत ने सिखाया है. दवा से जीवन स्वस्थ नहीं हो सकता है. उन्होंने ग्रामीण स्वास्थ पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसे और बेहतर करने की जरूरत है. बदलते चिकित्सा विज्ञान में सहियाओं को सिर्फ थर्मामीटर और आयरन फोलिक एसिड की गोली देने से ग्रामीण स्वस्थ नहीं होंगे. बल्कि उन्हें ग्लूकोमीटर और बीपी मशीन समेत अन्य चिकित्सा संसाधन से लैस करना होगा. सलाह दी कि फिजियोथैरेपिस्ट से पहले योग एक्सपोर्ट से सलाह लें. इसे भी पढ़ें : पीएम">https://lagatar.in/jayanti-pm-modi-pays-tribute-to-bal-gangadhar-tilak-and-chandrashekhar-azad/">पीएम

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आयोजन में इनकी रहे भूमिका

योग वाणी सेमिनार के आयोजन में इंडियन योग एसोसिएशन (झारखंड राज्य समिति), इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (रांची शाखा), झारखंड न्यूरोसाइंस सोसाइटी और रॉकफील्ड हेल्थ केयर की महत्वपूर्ण भूमिका रही. डॉ अनुज कुमार ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाई. इसे भी पढ़ें : रांची">https://lagatar.in/ssp-strict-about-ranchis-security-arrangements-hit-the-road-at-midnight/">रांची

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