Ranchi : वजन कांटा रिन्यूअल मामले में रांची के पीडीएस दुकानदारों और माप विज्ञान विभाग में कम्युनिकेशन गैप देखने को मिल रहा है. पीडीएस दुकानदार और माप विज्ञान के पदाधिकारी एक दूसरे को गलत बता रहे हैं. दुकानदारों का कहना है कि हमें जानकारी नहीं है कि हर साल वजन कांटा का रिन्यूअल कराना जरूरी है. वहीं माप विज्ञान के पदाधिकारी का कहना है कि कानून की जानकारी देना हमारा काम नहीं.
दुकानदारों का कहना है
पीडीएस दुकानदारों का कहना है कि वजन कांटा का हर साल रिन्यूअल कराना है, इस बात की जानकारी नहीं थी. विभाग की ओर से हमें किसी तरह की जानकारी नहीं दी गई. जब हमें 2016 में वजन कांटा का रिन्यूअल कराने को कहा गया था, तब हमलोगों ने रिन्यूअल करवा लिया था. लेकिन अब कहा जा रहा है कि जिनका 1984 से जमा नहीं है उनको 1984 से रिन्यूअल चार्ज लगेगा. वहीं जिनका 2016 में रिन्यूअल हो गया है, उन्हें पांच साल का रिन्यूअल चार्ज लगेगा. हमें इस बात की जानकारी दी ही नहीं गई, तो हम कैसे रिन्यूअल कराते.
माप विज्ञान कार्यालय का कहना है
माप विज्ञान कार्यालय के एक अधिकारी का कहना है कि माप से संबंधित कानून की जानकारी रखना पीडीएस दुकानदारों का दायित्व है. जब कोई कानून बनता है, तब उससे संबंधित लोगों को उसके बारे में जानना चाहिए. यह उनका काम है. जिन दुकानदारों का जब से बाकी है, रिन्यूअल चार्ज लगेगा.
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