NewDelhi : पेगासस जासूसी मामले में सुप्रीम कोर्ट में पांच अगस्त को सुनवाई होगी. इससे पूर्व शुक्रवार को सीजेआई एनवी रमना ने अगस्त के पहले सप्ताह में याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति जताई थी. जान लें कि मोदी सरकार पर कथित तौर पर राजनेताओं, एक्टविस्टों और पत्रकारों की जासूसी करने के लिए इजरायली सॉफ्टवेयर पेगासस का उपयोग करने का आरोप लगा है.
Supreme Court to hear on August 5 pleas seeking court-monitored probe into the reports of government allegedly using Israeli software Pegasus to spy on politicians, activists, and journalists pic.twitter.com/vVwQ5Rue49
— ANI (@ANI) August 1, 2021
इस मामले में अदालत की निगरानी में जांच की मांग करने वाली याचिका SC में दाखिल की गयी है. वरिष्ठ पत्रकार एन राम, शशि कुमार और सीपीएम नेता जॉन ब्रिटास ने सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर की है.
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सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा या रिटायर जज की अध्यक्षता में जांच की मांग
इस संबंध में कपिल सिब्बल ने कहा था कि सुनवाई मंगलवार या बुधवार को नहीं होनी चाहिए, क्योंकि वो दूसरे मामलों में व्यस्त हैं. इस पर सीजेआई ने कहा कि वो मामले को सुनवाई के लिए लिस्ट करते समय इसे ध्यान में रखेंगे. याचिका में सुप्रीम कोर्ट के एक मौजूदा या रिटायर जज की अध्यक्षता में जांच की मांग की गयी है, ताकि सरकार द्वारा इजरायली सॉफ्टवेयर पेगासस का इस्तेमाल कर राजनेताओं, कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की जासूसी करने की रिपोर्ट की जांच की जा सके.
बता दें कि पेगासस जासूसी मामले में चर्चा की अनुमति देने के लिए विपक्षी सदस्य संसद के दोनों सदनों में स्थगन नोटिस दे रहे हैं, जिसे अध्यक्ष खारिज कर रहे हैं. एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ ने दावा किया था कि 300 से ज्यादा भारतीय मोबाइल फोन नंबर इजरायली फर्म एनएसओ के पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल करके निगरानी के लिए संभावित लिस्ट में थे.
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