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आज पढ़ें, गांव की खबर-04- धनबाद के दूधिया पंचायत के लोग वैक्सीनेशन में आगे, गाइडलाइन का कर रहे पालन

गांव में नहीं है संक्रमित मरीज

Ranjit kumar singh

Dhanbad: धनबाद के सिंदरी के बलियापुर प्रखंड अंतर्गत लगभग 6000 की आबादी वाले दूधिया पंचायत के लोग कोरोना को लेकर काफी जगरूक हैं. सरकार द्वारा दिये गए कोरोना गाइडलाइन का भी पालन कर रहे हैं. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए इस गांव के 45 वर्ष से ऊपर के लगभग 700 सौ लोग कोरोना वैक्सीन का पहला डोज ले चुके हैं और दूसरे डोज का इंतजार कर रहे हैं. गांव में अभी तक एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है और ना ही अभी तक कोरोना से किसी की मृत्यु होने की पुष्टि हुई है.

कोविड जांच के लिए लोग सजग

लगातार न्यूज के रिपोर्टर ने दूधिया पंचायत के मुखिया रफीक और ग्रामीणों से बात कर हालात का जायजा लिया. पंचायत के मुखिया रफीक ने बताया कि कोरोना से निजात पाने के लिए यहां वैक्सीनेशन और कोरोना की जांच तेजी से किया जा रहा है. बडी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. कहा कि 3 km पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है और लगभग 6 km पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (बलियापुर) है. यहां प्रत्येक सप्ताह ANM विजिट करती हैं. कहा कि इस गांव में 1 महीने पहले सैकड़ों लोग बीमार थे. अब कुछ लोग ही बीमार हैं. इनका इलाज धनबाद के एसएनएमएमसीएच में चल रहा है.

उन्होंने कहा कि फिलहाल गांव में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है. गांव में मार्च से लेकर अभी तक 10 से 15 लोगों की मृत्यु हुई है, लेकिन सभी नॉर्मल डेथ है. 2020 में लगे लॉकडाउन के कारण गांव के सैकड़ों मजदूर पलायन कर कोरोना जांच करा कर वापस अपने गांव आये थे. 2021 में सभी जाने की तैयारी कर ही रहे थे कि फिर लॉकडाउन लग गया. इससे सभी मजदूर गांव में ही हैं. गांव में मार्च महीने से लेकर अभी तक 5 से 7 डिलिवरी एसएनएमएमसीएच में हुई है. सभी गर्भवती महिलाओं को ममता वाहन की सुविधा भी मिली है. गांव के अधिकतर लोग प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा रहे हैं.

गांव पूरी तरह सुरक्षित

उन्होंने कहा कि गांव मे एक व्यक्ति गंभीर है. इसका इलाज धनबाद के एसएनएमएमसीएच में चल रहा है. लेकिन उसे कोरोना नहीं है. मुखिया ने लगातार न्यूज के माध्यम से लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना को मात देने के लिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें. वहीं दूधिया पंचायत के ग्रामीणों ने कहा कि यह पंचायत कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के कारण पूरी तरह से सुरक्षित है. गांव के लोग काफी जागरूक हैं. सभी वैक्सीनेशन को लेकर सजग हैं. सभी वैक्सीन ले रहे हैं.