झील में भरी है जलकुंभी
हजारीबाग शहर में अंग्रेजों के जमाने का बनाया हुआ 5 बड़े तालाबों का एक समूह है. इसे हजारीबाग झील कहा जाता है. शहर के बीच स्थित यह झील बहुत ही खूबसूरत है. पिछले 2 सालों से इस झील में जलकुंभी ने अपना डेरा डाल लिया है. पहले प्रशासन इसकी नियमित सफाई करवाता था. लेकिन पिछले 2 साल से शिकायत करने के बाद भी इसकी सफाई नहीं हुई. तब लोगों ने खुद ही इसे साफ करने का बीड़ा उठाया. हालांकि नगर निगम के महापौर रौशनी तिर्की ने जलकुंभी को हटाने के लिए मशीन मंगाने की बात कही. उन्होंने कहा कि बीड कटर की खरीद करने की योजना है. इससे झील और उसके आसपास के तालाबों की सफाई भविष्य में संभव हो पाएगी. इसे भी पढ़ें- अमेरिका">https://lagatar.in/us-in-action-mode-bombs-hurled-at-isis-stronghold-in-afghanistan-kabul-blast-conspirators-killed/143491/">अमेरिकाएक्शन मोड में, अफगानिस्तान में ISIS के गढ़ में बरसाये बम, काबुल ब्लास्ट का साजिशकर्ता मारा गया!
बाबा ग्रुप ने लोगों को जोड़ना शुरू किया
शहर के लोगों ने इसे खुद साफ करने की पहल की और दो ग्रुप बाबा ग्रुप और फ्रेंड्स ग्रुप ने इसकी सफाई के लिए लोगों को जोड़ना शुरू किया. अब सफाई दल में 30 से अधिक सदस्य हैं. सभी सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए आते हैं. मॉर्निंग वॉक के बाद सभी लोग झील की सफाई में जुट जाते हैं. एक जलकुंभी को निकालता है और वह दूसरे साथी को देता जाता है. इस तरह रोज इसकी सफाई हो रही है. लोगों का जोश बरकरार रहे इसके लिए एक सदस्य माइक पर देशभक्ति गीत गाता रहता है. राकेश गुप्ता का कहना है कि वे अपने दोस्तों में जोश भरने के लिए ऐसा कर रहे हैं, ताकि उत्साह बनी रहे. जो काम प्रशासन को करना चाहिए वह आमलोगों को करना पड़ रहा है. इसे भी पढ़ें- टाटा">https://lagatar.in/tata-motors-tata-motors-workers-union-wrote-a-letter-for-the-bonus-negotiation-of-the-employees/143708/">टाटामोटर्स : कर्मचारियों की बोनस वार्ता के लिए टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन ने प्रबंधन को लिखा पत्र [wpse_comments_template]
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