Ranchi : झारखंड में कोयला कारोबार से जुड़े लोग संगठित आपराधिक गिरोह के निशाने पर हैं. बीते सात मार्च को अपराधियों ने रांची में कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा को गोली मारकर घायल कर दिया था. वहीं इस घटना के एक दिन बाद हजारीबाग में एनटीपीसी के डीजीएम की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी.
यह कोई पहली घटना नहीं है, जब आपराधिक गिरोह ने कोयला कारोबार से जुड़े लोगों को अपना निशाना बनाया है. बीते कुछ सालों में आपराधिक गिरोह ने कोयला कारोबार से जुड़े लोगों से रंगदारी वसूली के लिए एक के बाद एक कई हत्या और गोलीबारी की घटनाओं को अंजाम दिया है.
अपराधियों ने इनको बनाया निशाना :
- – 23 जनवरी 2023 : रामगढ़ जिले के भुरकुंडा थाना क्षेत्र में अपराधियों ने कोयला कारोबारी गज्जू साहू की गाड़ी पर अंधाधुंध फायरिंग की थी.
- – 22 जनवरी 2023 : धनबाद के कतरास में अपराधियों ने कोयला कारोबारी मनोज यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
- – 15 मार्च 2023 : धनबाद के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के बागसुमा बहादुरपुर निवासी कोयला कारोबारी बंटी चौधरी के आवास पर अपराधियों ने गोलीबारी की थी.
- – 09 मई 2023 : हजारीबाग के बड़कागांव स्थित ऋत्विक कंपनी के प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर शरत कुमार की अमन साहू गिरोह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
- – 14 जून 2023 : झरिया के पाथरडीह थाना क्षेत्र स्थित चासनाला साउथ कॉलोनी में कोयला व्यवसायी और ट्रांसपोर्टर प्रवीण राय की अपराधियों ने हत्या कर दी थी.
- – 07 जुलाई 2023 : रांची के अरगोड़ा में अपराधियों ने कोयला कारोबारी रंजीत गुप्ता को उसके ऑफिस के गेट पर गोली मारी थी.
- – 09 जुलाई 2023 : लातेहार में रहने वाले ट्रांसपोर्टर अमित सिंह से रंगदारी की मांग की गयी थी.
- – 12 अगस्त 2023 : लातेहार के बालूमाथ में कोयला कारोबारी राजेंद्र साहू को अपराधियों ने गोली मारी थी.
- – 05 जनवरी 2025 : रामगढ़ के ट्रांसपोर्ट नगर में अपराधियों ने कोयला कारोबारी को गोली मारकर घायल कर दिया था.
कोयलांचल में ये प्रमुख आपराधिक गिरोह हैं सक्रिय :
- – अमन साहू गिरोह : रांची, लातेहार, रामगढ़ और हजारीबाग.
- – अमन सिंह गिरोह : धनबाद, बोकारो.
- – अमन श्रीवास्तव गिरोह: रामगढ़, हजारीबाग, लातेहार.
- – प्रिंस खान: धनबाद.
- – विकास तिवारी गिरोह : रामगढ़ और हजारीबाग.
- – सुजीत सिन्हा गिरोह : लातेहार और पलामू.
रेलवे साइडिंग और कोल परियोजना से जुड़े कारोबारी निशाने पर
रेलवे साइडिंग और कोल परियोजना से जुड़े कारोबारी सबसे ज्यादा संगठित आपराधिक गिरोह के निशाने पर हैं. पिछले कुछ महीनों की बात करें तो कोयला कारोबार से जुड़े लोगों से लेवी वसूली की कई घटनाएं सामने आयी हैं. लेवी नहीं देने पर कई लोगों की गोली मारकर हत्या भी कर दी गयी है. इसके अलावा अलग-अलग आपराधिक संगठनों ने वर्चस्व बनाने के लिए गोलीबारी की घटनाओं को भी अंजाम दिया है.