Ashish Tagore
Latehar: आगामी 28 अप्रैल से नगर पंचायत, लातेहार का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा. इसके बाद नगर पंचायत चुनाव में जनता के वोटों से चुन कर आये नगर पंचायत के जन प्रतिनिधियों को मिले अधिकार खत्म हो जाएंगे. नगर निकायों की वर्तमान बोर्ड भंग होते ही नगर पंचायत के अध्यक्ष एवं अन्य वार्ड पार्षद अधिकार विहिन हो जाएंगे. वे आम लोगों की समस्याओं का निपटारा सहज ही नहीं कर पाएंगे. अब नगर पंचायत के अधिकारियों की अधिक चलेगी. इस संबंध में शुभम संदेश ने लातेहार नगर पंचायत के कुछ जन प्रतिनिधियों से बात की है.
आम लोगों की परेशानी बढ़ेगी: सीतामनी तिर्की
नगर पंचायत अध्यक्ष सीतामनी तिर्की ने कहा कि नगर पंचायत समिति भंग होने से आम लोगों की परेशानी बढ़ेगी. जनता की कई अपेक्षाएं होती हैं और अधिकार नहीं रहने के कारण वे उन अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाएंगी. जन प्रतिनिधि का पावर खत्म होने से अन्य कई प्रकार की परेशानियां बढ़ेंगी. सरकार को चाहिए कि शीघ्र ही चुनाव करा कर आम लोगों को उनका जन प्रतिनिधि दिया डाए ताकि क्षेत्र का काम हो सके.
जनता की भागीदारी खत्म हो जाएगी: संतोष रंजन
वार्ड पार्षद संतोष रंजन ने कहा कि नगर पंचायत बोर्ड भंग होने से क्षेत्र में चल रही योजनाओं में आम लोगों की भागीदारी खत्म हो जाएगी. पार्षदों की अनुशंसा पर ही क्षेत्र में योजनाएं तैयार होती हैं. अभी गरमी का मौसम है. अक्सर गरमी मे पानी की समस्या होती है, लेकिन वे पानी की समस्या के निराकरण के लिए कुछ नहीं कर पाएंगे. क्योंकि उनके पास कोई अधिकार नहीं रहेगा.
आम लोगों की समस्याएं नहीं निपटा पाउंगी: बेबी देवी
वार्ड पार्षद बेबी देवी ने कहा कि कार्यकाल समाप्त होने के बाद अधिकार विहिन हो जाएंगे, ऐसे में आम लोगों की समस्याओं का निपटारा नहीं हो पाएगा. क्षेत्र में अधिकांश स्वच्छता व पेयजल समस्या आती हैं. गरमी के दिनों में इसकी आवश्यकता और बढ़ जाती है, लेकिन अधिकार नहीं रहने के कारण वे नगर पंचायत कर्मियों पर दवाब नहीं बना पाएगी.
नगर पंचायत बोर्ड की अंतिम बैठक 27 को
नगर पंचायत बोर्ड की अंतिम बैठक 27 अप्रैल को नगर पंचायत भवन, लातेहार में आयोजित की जाएगी. बता दें कि आगामी 28 अप्रैल को राज्य के 34 नगर निकायों का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा.
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