Ranchi: सरला बिरला विश्वविद्यालय सभागार में चतुर्थ पीएचडी ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन दीप प्रज्वलन के साथ किया गया. कार्यक्रम में सभी शोधार्थियों का परिचय करवाया गया. डॉ अभिषेक चौहान, सह-डीन द्वारा शोद्यार्थियों का स्वागत करने के साथ पीएचडी विभाग के 2020 से लेकर 2023 तक की यात्रा पर प्रकाश डाला गया. प्रो एस.बी. डंडीन, डीन कंप्यूटर इंजीनयरिंग के द्वारा पीएचडी के पाठ्यक्रमों से अवगत कराया गया. डॉ नीलिमा पाठक, डीन ह्यूमिनिटीज़ द्वारा शोध नीति के बारे में जानकारी दी गई. इसे पढ़ें- बिहार">https://lagatar.in/transfer-of-many-officials-including-bdo-co-on-a-large-scale-in-bihar-see-full-list-here/">बिहार
में बड़े पैमाने पर बीडीओ-सीओ समेत कई पदाधिकारियों का तबादला, यहां देखें पूरी लिस्ट उन्होंने कहा कि कठोपनिषद में वर्णित श्रेय एवं प्रेय मार्ग की नीति का अनुसरण करना चाहिये. डॉ विजय कुमार सिंह, रजिस्ट्रार द्वारा शोध प्रगति का अवलोकन करने को कहा और कट-पेस्ट से बचने को कहा. कुलपति प्रो गोपाल पाठक द्वारा समय के महत्व एवं शोध के नए विचारों को कैसे लाया जाये इस बात पर चर्चा की गई. धन्यवाद ज्ञापन डॉ अतुल कर्ण, पीएचडी समन्यवक के द्वारा किया गया. कार्यक्रम का संचालन डॉ विद्या झा द्वारा किया गया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के हरी बाबू शुक्ला, डॉ सुबानी बारा, डॉ राधा माधव झा, डॉ पार्थ पॉल, अजीत यादव, डॉ मनोज पांडेय सहित अन्य उपस्थित थे. इसे भी पढ़ें- आदित्यपुर">https://lagatar.in/adityapur-there-will-be-movement-for-not-fixing-the-bad-street-light-of-tata-kandra-road-purendra/">आदित्यपुर
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सरला बिरला विवि में पीएचडी ओरिएंटेशन प्रोग्राम, कुलपति ने कहा- नये विचारों के साथ करें शोध

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