Patna: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर शुक्रवार को धरने पर बैठे बीपीएससी अभ्यर्थियों के बीच पहुंचे. बीपीएससी परीक्षा दोबारा कराने की मांग पर अड़े अभ्यर्थियों को लेकर पीके ने कहा कि बिहार के चार लाख बच्चों का सवाल है. मेरी सरकार से अपील है कि सीएम एक कमेटी बनायें और छात्रों के मुद्दों का समाधान निकालें.
दरअसल सुबह में पुलिस उनके घर पहुंची थी. इसे लेकर ही पीके लोगों के सामने आए. पीके ने कहा कि अगर उनको कोई डर ही नहीं है, कोई मतलब ही नहीं है या कोई मामला ही नहीं है तो फिर पुलिस प्रशासन को क्यों लगा रहे हैं? गुरुवार को भी पीके ने अभ्यर्थियों के पक्ष में कहा था कि अभ्यर्थी अगर मार्च करते हैं तो वो उनके साथ चलेंगे. लाठी खाने के लिए आगे रहेंगे. पीके ने कहा कि सरकार से मुख्यमंत्री से मैं आग्रह करूंगा कि छात्रों की वेदना का संज्ञान लें.
पीके ने कहा कि ढाई साल से मैं बिहार में हूं. गांव-गांव घूम रहा हूं, लेकिन किसी भी धरना-प्रदर्शन या मार्च में हमलोग कभी हिस्सा नहीं लेते हैं. कल मैं सिर्फ इसलिए गया था कि छात्रों का क्या मुद्दा है. जिस तरह से सड़क पर उन्हें बर्बरता से मारा गया, एक गरीब घर के बच्चे सोनू ने आत्महत्या कर ली. इस पर ना सरकार का बयान है ना उस परिवार की मदद का प्रयास किया गया. मुझे बताया गया है कि अभी भी चार बच्चे पीएमसीएच में भर्ती हैं जो पुलिस की लाठी से घायल हुए थे. मैं कल इस भावना से गया था कि छात्र अपने आप को अकेला ना समझें.
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