में आर्म्ड फोर्स की दुर्दशा-1 : कुल 21 बटालियन, 4 में कमांडेंट नहीं, आठ प्रभार के भरोसे
पिकेटों के निरीक्षण के आंकड़े ज्यादातर कागजों पर बन रहे
जानकारी के अनुसार पिकेटों में निरीक्षण के जो आंकड़े बन रहे हैं, वह ज्यादातर कागजों पर बन रहे है. नियमानुसार कमांडेंट को साल में एक बार हर पिकेट का निरीक्षण करना है. और वहीं पर रात भी बितानी है. जिस तरह से जिले के एसपी जैप, आईआरबी, SIRB और SISF बटालियन का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. ऐसे में सवाल ये है कि वो मिले अतिरिक्त प्रभार पर कितना ध्यान दे पायेंगे. इससे साफ जाहिर होता है की जवानों सुविधाओं पर ध्यान रखनेवाला कोई नहीं है. केंद्र सरकार से राशि मिलने पर झारखंड सरकार ने नयी-नयी आर्म्ड फोर्स के बटालियन का गठन तो कर लिया है, लेकिन उनमें कामकाज सुचारु रूप से हो इसकी व्यवस्था करना भूल गई है. इसे भी पढ़ें - बैंक">https://lagatar.in/bank-strike-work-in-69-branches-of-jamtara-stalled-on-second-day-women-workers-took-out-rally/38109/">बैंकहड़ताल- जामताड़ा की 69 शाखाओं में दूसरे दिन भी कामकाज ठप, महिला कर्मियों ने निकाली रैली
21 बटालियन चार में कमांडेंट नहीं, आठ प्रभार के भरोसे
झारखंड में आर्म्ड फोर्स की 21 बटालियन चार में कमांडेंट नहीं है और आठ के कमांडेंट का पद प्रभार के भरोसे चल रहे है. जिस बटालियन में कमांडेंट के पद खाली हैं, उसमें जैप- 8 पलामू, आईआरबी- 1 जामताड़ा, आईआरबी- 8 गोड्डा और आईआरबी- 10 पलामू शामिल है. जिन 8 बटालियनों में कमांडेंट नहीं हैं, लेकिन काम चलाने के लिये किसी एसपी रैंक के अफसर को कमांडेंट का प्रभार दिया गया है, उनमें जैप -4 बोकारो और एसआईएसएफ का प्रभार बोकारो एसपी को है. जैप -7 हजारीबाग का प्रभार हजारीबाग एसपी को है. आईआरबी -3 चतरा का प्रभार चतरा एसपी को है. आईआरबी- 4 लातेहार का प्रभार लातेहार एसपी को है. आईआरबी -9 गिरिडीह का प्रभार गिरिडीह एसपी को है. एसआईआरबी -1 दुमका का प्रभार दुमका एसपी को है. और एसआईआरबी -2 खूंटी का प्रभार खूंटी एसपी को दिया गया है. इसे भी पढ़ें - बंगाल">https://lagatar.in/bjp-confused-about-caa-in-bengal-and-assam/38106/">बंगालऔर असम में भाजपा सीएए को लेकर भ्रमित
Leave a Comment