NewDelhi : चुनाव जीतने के लिए जनता से असंभव वादे करना आम लोगों के साथ भयानक धोखा है. यह कहते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आरोप पर पलटवार किया है. श्री मोदी ने आज शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट कर कहा कि कांग्रेस पार्टी इस बात को भली-भांति समझ रही है कि झूठे वादे करना तो आसान है लेकिन उन्हें सही ढंग से लागू करना कठिन या असंभव है. अभियान दर अभियान वे लोगों से ऐसे वादे करते हैं, जिन्हें वे भी जानते हैं कि वे कभी पूरा नहीं कर पायेंगे. अब, वे लोगों के सामने बुरी तरह बेनकाब हो गये है.
The Congress Party is realising the hard way that making unreal promises is easy but implementing them properly is tough or impossible. Campaign after campaign they promise things to the people, which they also know they will never be able to deliver. Now, they stand badly…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 1, 2024
Check any state where the Congress has Governments today – Himachal Pradesh, Karnataka and Telangana- the developmental trajectory and fiscal health is turning from bad to worse. Their so-called Guarantees lie unfulfilled, which is a terrible deceit upon the people of these…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 1, 2024
कांग्रेस के राज्यों में सरकारी कोष की हालत बद से बदतर होती जा रही है
उन्होंने कहा, किसी भी राज्य को देख लें जहां आज कांग्रेस की सरकारें हैं – हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना. इन राज्यों में विकास गतिविधियां और सरकारी कोष की हालत बद से बदतर होती जा रही है. उनकी तथाकथित गारंटी अधूरी पड़ी है, जो इन राज्यों के लोगों के साथ एक भयानक धोखा है. ऐसी राजनीति के शिकार गरीब, युवा, किसान और महिलाएं होते हैं, जिन्हें न केवल इन वादों के लाभ से वंचित किया जाता है, बल्कि उनके लिए पहले से चलायी जा रहीं योजनाएं भी कमजोर पड़ जाती हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक और महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं को नसीहत दी
जान लें कि कर्नाटक सरकार वर्तमान में वित्तीय संकट का सामना कर रही है. इस पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कड़े शब्दों में पार्टी नेताओं और सरकार को चेतावनी दी है. खड़गे ने कहा कि पार्टी(कांग्रेस) को उतनी ही गारंटी(freebies) देनी चाहिए, जितनी वह पूरी कर सके. कहा कि अगर बिना सोच-विचार के वादे किये गये तो राज्य दिवालियापन के कगार पर पहुंच जा सकता है. खबरों के अनुसार मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनावी घोषणाओं पर चर्चा के क्रम में कर्नाटक और महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं को नसीहत दी कि वे अपने वादों की बजट के अनुसार घोषणा करें. कहा कि बिना योजना के अधिक वादे करने से राज्य की वित्तीय स्थिति गड़बड़ा सकती है. सरकार का नुकसान हो सकता है.