Mumbai : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन को प्रेरणा व ऊर्जा का स्रोत करार देते हुए आज शुक्रवार को कहा कि उनके कार्य, शासन प्रणाली और नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
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#WATCH | “When Chhatrapati Shivaji Maharaj’s coronation took place, it carried the slogan of Swaraj. Shivaji was a great soldier as well as a great administrator. He ended the mindset of slavery,” says PM Modi on the 350th anniversary of the coronation of Chhatrapati Shivaji… pic.twitter.com/JIeYlmDV2g
— ANI (@ANI) June 2, 2023
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#WATCH | Maharashtra | Celebrations at the event organised by Shiv Rajyabhishek Sohala Committee in Nagpur, on the occasion of the 350th anniversary of Chhatrapati Shivaji Maharaj’s coronation.
RSS Chief Mohan Bhagwat is also participating in the event. pic.twitter.com/RkLcM3xTnS
— ANI (@ANI) June 2, 2023
छत्रपति शिवाजी महाराज का व्यक्तित्व अद्भुत था
शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित एक समारोह को वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज का व्यक्तित्व अद्भुत था. उन्होंने स्वराज की भी स्थापना की और सुराज को भी कायम किया.
वह अपने शौर्य के लिए भी जाने जाते हैं और अपने सुशासन के लिए भी. उन्होंने राष्ट्र निर्माण का एक व्यापक दृष्टिकोण भी सामने रखा. उन्होंने शासन का लोक कल्याणकारी चरित्र लोगों के सामने रखा.
शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक दिवस नयी चेतना लेकर आया है
प्रधानमंत्री ने कहा कि शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक दिवस नयी चेतना, नयी ऊर्जा लेकर आया है. उन्होंने कहा, शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक उस कालखंड का एक अद्भुत और विशिष्ट अध्याय है. राष्ट्र कल्याण और लोक कल्याण उनकी शासन व्यवस्था के मूल तत्व रहे हैं.
मोदी ने कहा कि उनके कार्य, शासन प्रणाली और नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं और उन्होंने भारत के सामर्थ्य को पहचान कर जिस तरह से नौसेना का विस्तार किया, वह आज भी हमें प्रेरणा देता है.
भारत ने गुलामी के एक निशान से नौसेना को मुक्ति दे दी
उन्होंने कहा, यह हमारी सरकार का सौभाग्य है कि छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर पिछले साल भारत ने गुलामी के एक निशान से नौसेना को मुक्ति दे दी. अंग्रेजी शासन की पहचान को हटा कर शिवाजी महाराज की राज-मुद्रा को जगह दी गयी है.
पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने हमेशा भारत की एकता और अखंडता को सर्वोपरि रखा और आज एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की दृष्टि में शिवाजी महाराज के विचारों का ही प्रतिबिंब देखा जा सकता है. उन्होंने कहा, सैंकड़ों वर्षों की गुलामी ने देशवासियों से उनका आत्मविश्वास छीन लिया था, ऐसे समय में लोगों में आत्मविश्वास जगाना एक कठिन कार्य था.
शिवाजी महाराज ने कई वर्षों तक औरंगजेब से संघर्ष किया
उस दौर में छत्रपति शिवाजी महाराज ने ना केवल आक्रमणकारियों का मुकाबला किया बल्कि जन मानस में यह विश्वास भी कायम किया कि स्वयं का राज संभव है. छात्रपति शिवाजी महाराज ने कई वर्षों तक मुगल बादशाह औरंगजेब से संघर्ष किया. मुगल सेना को धूल चटाते हुए सन 1674 में पश्चिम भारत में उन्होंने मराठा साम्राज्य की नींव रखी. ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, मराठा योद्धा शिवाजी महाराज का रायगढ़ किले में छह जून, 1674 को राज्याभिषेक हुआ था, जहां उन्होंने ‘हिंदवी स्वराज की नींव रखी थी.
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल राज्याभिषेक की वर्षगांठ दो जून को है. छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के अवसर पर महाराष्ट्र के रायगढ़ किले में शुक्रवार को सुबह आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भाग लिया.