New Delhi : दुनिया के किसी भी नेता ने ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए मुझे नहीं कहा. पीएम मोदी ने आज लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही चर्चा के दौरान यह बात कही. बता दें कि विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर रोके जाने और भारत-पाक युद्ध में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के सीजफायर के दावे को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है.
#WATCH | Operation Sindoor | PM Narendra Modi says, "No leader in the world told India to stop its operation. On the night of 9th May, the Vice President of America tried to talk to me. He tried for an hour, but I was in a meeting with my army, so I could not pick up his call.… pic.twitter.com/9EbkMcMiag
— ANI (@ANI) July 29, 2025
#WATCH | Operation Sindoor | PM Narendra Modi says, "Due to the weak Governments of Congress, the country had to lose several lives, we had to lose our loved ones. Terrorism could have been reined in. Our government had made this happen in 11 years; this is big evidence of the… pic.twitter.com/Iu32gTtT3r
— ANI (@ANI) July 29, 2025
#WATCH | Delhi: After PM Narendra Modi's speech, Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, "He never said it clearly that Trump was lying... In his entire speech, not once did he mention China. The whole nation knows that China helped Pakistan in every way, but the Prime Minister and… pic.twitter.com/M4bvFldPFl
— ANI (@ANI) July 29, 2025
आज भी लोकसभा में राहुल गांधी सहित अन्य विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी पर इस मामले में करारा हमला किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने मुझे फोन पर बताया कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है. मेरा जवाब था कि अगर पाकिस्तान का यी ईरादा है, तो उनको बहुत महंगा पड़ेगा.
पीएम ने कहाा, मैंने उनसे कहा था कि हम गोली का जवाब गोले से देंगे. ये 9 मई की बात है. पीएम ने कहा कि 9 की रात और 10 तारीख का सुबह हमने पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को तहस-नहस कर दिया. यही हमारा जवाब था और यही हमारा जज्बा था.
पीएम ने कहा कि नौ मई की मध्य रात्रि और दस मई की सुबह हमारी मिसाइलों ने पाकिस्तान के सभी इलाकों में प्रहार किया. उसके सैन्य ठिकानों, एयर बेसों को बर्बाद कर दिया. पाकिस्तान को घुटनों पर आने के लिए विवश किया.
पीएम मोदी ने कहा कि उसके बाद पाकिस्तान ने भारत के डीजीएमओ के सामने फोन कर गुहार लगाई कि बस करो बहुत मारा. अब ज्यादा मार झेलने की ताकत हममें नहीं है. प्लीज हमला रोक दो.
पीएम ने कहा कि भारत ने पहले दिन ही कह दिया था कि हमने हमारा लक्ष्य पूरा कर दिया है. अगर अब कुछ करोगे, तो महंगा पड़ेगा. भारत की सेना के साथ मिलकर स्पष्ट नीति तय की गई थी कि उनके आकाओं का ठिकाना हमारा लक्ष्य है.
पीएम मोदी ने कहा कि 10 मई को भारत ने जब ऑपरेशन सिंदूर के तहत हो रही कार्रवाई रोकने की घोषणा की, तो इसे लेकर यहां तरह तरह की बातें शुरू हो गयी. पीएम ने कहा कि य वहीं प्रोपेगेंडा है जो सीमा पार से यहां फैलाया गया है.
पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमलावर होते हुए कहा कि कुछ लोग सेना द्वारा दिये गये यतथ्यों की जगह पाकिस्तान के झूठे प्रचार को आगे बढ़ाने में जुटे हुए थे, जबकि भारत का रूख हमेशा से स्पष्ट रहा है
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पीएम मोदी ने कहा, आज पाकिस्तान अच्छी तरह से जान गया है कि भारत का हर जवाब पहले से ज्यादा तगड़ा होगा. उसे यह भी पता है कि अगर भविष्य में नौबत आयी, तो भारत आगे भी कुछ भी कर सकता है. इसलिए मैं फिर से लोकतंत्र के इस मंदिर में दोहराना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कांग्रेस की कमजोर सरकारों के कारण देश को कई जानें गंवानी पड़ीं, हमें अपने प्रियजनों को खोना पड़ा. आतंकवाद पर लगाम लगाई जा सकती थी. हमारी सरकार ने 11 साल में यह कर दिखाया. कांग्रेस के राज में आतंकवाद के फलने-फूलने का एक बड़ा कारण उनकी तुष्टिकरण की नीति थी.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,कांग्रेस ने हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया है. जो लोग आज पूछ रहे हैं कि पीओके वापस क्यों नहीं लिया गया, उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि किसकी सरकार ने पाकिस्तान को पीओके पर कब्जा करने का मौका दिया. जवाब स्पष्ट है. जब भी मैं नेहरू जी का जिक्र करता हूं,
कांग्रेस और उसका तंत्र घबरा जाता है. पीएम ने कहा, लम्हों ने खता की, सदियों ने सजा पायी. आज तक देश आजादी के बाद लिये गये सभी फैसलों की सजा भुगत रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, उन्होंने कभी साफ तौर पर नहीं कहा कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं. अपने पूरे भाषण में उन्होंने एक बार भी चीन का जिक्र नहीं किया.
पूरा देश जानता है कि चीन ने पाकिस्तान की हर तरह से मदद की, लेकिन प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने अपने भाषणों में कहीं भी चीन का नाम नहीं लिया.
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