New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्ष इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम पर झूठ फैला रहा है. जिन कंपनियों ने इलेक्टोरल बॉन्ड ख़रीदे उनका 37 प्रतिशत पैसा भाजपा को मिला और बाक़ी 63 प्रतिशत पैसा विपक्षी राजनीतिक पार्टियों को मिला. पीएम ने एएनआई को दिये गये इंटरव्यू में यह बात कही, पीएम मोदी ने अपने इंटरव्यू में विपक्ष द्वारा उनकी सरकार पर लगाये जा रहे सभी आरोपों के खुलकर जवाब दिये. विपक्ष के इस आरोप का जवाब दिया कि भाजपा और मोदी सरकार ने मिलकर ईडी और सीबीआई की सहायता से कंपनियों पर दबाव जाल कर इलेक्टोरल बॉन्ड हथियाये. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
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— ANI (@ANI) April 15, 2024
देश में काले धन का मुद्दा लंबे समय से चल रहा है
पीएम मोदी ने कहा कि देश में काले धन का मुद्दा लंबे समय से चल रहा है. सभी दल इस पर बात करते हैं. पीएम ने कहा कि उनके मन में विचार आया कि ऐसा कुछ किया जाये, जिससे काले धन से मुक्ति मिले. कहा कि जब इलेक्टोरल बॉन्ड लाया गया था तो सभी ने इसकी तारीफ की थी. अब विरोध में बोल रहे हैं. अपने इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा, हमने हजार, दो हजार के नोट इसलिए खत्म किये, क्योंकि हमें काले धन से निजात पानी थी. चुनावी चंदे के संदर्भ में कहा कि हमने 20 हजार रुपये नकद की सीमा को ढाई हजार किया. चेक से पैसे लेने का सवाल पर व्यापारियों का मानना थी कि अगर हम चेक से विपक्ष को पैसे देंगे तो सरकार को जानकारी मिल जायेगी. यह भाजपा खुद झेल चुकी है.
ईडी और सीबीआई का एक भी कानून हमारी सरकार ने नहीं बनाया
हमारा(भाजपा) नियम था कि हम चेक से पैसे लेते थे. इसी क्रम में पीएम ने कहा कि इन सब समस्याओं से मुक्ति के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड लाया गया था. मेरी चिंता यह है कि मैं कभी नहीं कहता कि निर्णय लेने में कोई कमी नहीं है. निर्णय लेने में, हम सीखते हैं और सुधार करते हैं. इसमें भी सुधार के लिए बहुत संभावना है. कहा कि आज हमने देश को पूरी तरह से कालेधन की ओर धकेल दिया है हर किसी को इसका पछतावा होगा. उनकी इशारा इलेक्टोरल बॉन्ड को असंवैधीनिक करार दिये जाने को लेकर था.पीएम नरेंद्र मोदी केंद्रीय एजेंसियों पर सरकार के नियंत्रण के संदर्भ में कहा, ईडी और सीबीआई का एक भी कानून हमारी सरकार ने नहीं बनाया.
कांग्रेस कम से कम बातों की, शब्दों की मर्यादा तो रखे?
यह भी कहा कि हमने चुनाव आयोग में सुधार किया. पहले प्रधानमंत्री एक फाइल पर साइन कर देते थे तो चुनाव आयोग बन जाता था. अब हम विपक्ष के भी एक नेता को शामिल करते हैं. उनके समय(कांग्रेस) तो ऐसे चुनाव आयुक्त होते थे जो उनकी पार्टी से राज्यसभा सदस्य तक बने. विपक्ष पर तंज कसा कि वे हार के बहाने ढूंढते हैं, कभी चुनाव आयोग की बात करेंगे. कभी ईवीएम पर ठीकरा फोड़ेंगे. अपने इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि वे कहते हैं अनकी सरकार आते ही एक झटके में ग़रीबी ख़त्म कर देंगे. जो लोग इतने साल तक राज में रहे और कुछ नहीं कर पाये, वे एक झटके में ग़रीबी ख़त्म करने की बात कर रहा हैं, यह कैसे संभव है? कहा कि कांग्रेस कम से कम बातों की, शब्दों की मर्यादा तो रखे? हालांकि कहा कि यह चुनावी जंग है, चलती रहेगी.