Lagatar Desk : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के 25वें स्थापना दिवस (1 नवंबर) पर राज्य की नई विधानसभा भवन का उद्घाटन करेंगे. यह राज्य के इतिहास का एक खास पल होगा, क्योंकि करीब ढाई दशक बाद विधानसभा अपने स्थायी और आधुनिक भवन में काम करना शुरू करेगी.
2000 से अब तक छत्तीसगढ़ विधानसभा का काम रायपुर के राजकुमार कॉलेज परिसर से चल रहा था. लेकिन अब विधानसभा नवा रायपुर में बने अपने नए भवन में स्थानांतरित हो रही है.
Prime Minister Narendra Modi will inaugurate Chhattisgarh’s new Vidhan Sabha building on November 1-- marking a momentous day in the state’s history. Two and a half decades after its creation, the state’s legislative assembly — which began functioning from Raipur’s Rajkumar… pic.twitter.com/tUXqb9OUeB
— ANI (@ANI) October 31, 2025

51 एकड़ में फैला नया भवन 324 करोड़ की लागत से बना
324 करोड़ रुपये की लागत से बना नया विधानसभा भवन 51 एकड़ में फैला है, जिसमें कुल 5 लाख वर्ग फुट का फैलाव है. यह भवन आधुनिक तकनीक से लैस है और इसे पर्यावरण-अनुकूल (इको-फ्रेंडली) तरीके से तैयार किया गया है.
भवन का डिजाइन छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा और आधुनिकता का सुंदर मेल दिखाता है. इसे धरती धुरंधर यानी शक्ति, संस्कृति और प्रगति की भूमि की भावना के प्रतीक के रूप में बनाया गया है.

छत्तीसगढ़ के नए विधानसभा भवन की खासियतें
पर्यावरण-अनुकूल डिजाइन और सस्टेनेबिलिटी : भवन में 300 किलोवाट की सोलर पैनल्स लगाए गए हैं, जो सौर ऊर्जा का उपयोग करेंगे. साथ ही, वर्षा जल संचयन (रेनवाटर हार्वेस्टिंग) की सुविधा है, जो पानी की बचत सुनिश्चित करेगी.
स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम भी स्थापित है, जो ऊर्जा की खपत को कम करेगा. यह भारत के सबसे आधुनिक और इको-फ्रेंडली विधानसभा भवनों में से एक है, जो हरित ऊर्जा और सस्टेनेबल इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर देता है.
विधानसभा हॉल की क्षमता : मुख्य विधानसभा हॉल में 200 विधायकों के बैठने की व्यवस्था है, जो आधुनिक सुविधाओं से लैस है. यह हॉल डिबेट, सत्र और विधायी कार्यों के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें उन्नत ऑडियो-वीडियो सिस्टम शामिल हैं.
ऑडिटोरियम और अन्य सुविधाएं : भवन में एक अल्ट्रा-मॉडर्न ऑडिटोरियम है, जिसमें 500 दर्शकों की क्षमता है. यह ऑडिटोरियम सांस्कृतिक कार्यक्रमों, सेमिनारों और अन्य आयोजनों के लिए उपयुक्त है. इसके अलावा, भवन में विधायकों के लिए कार्यालय, लाइब्रेरी, कैंटीन और अन्य प्रशासनिक सुविधाएं भी उपलब्ध हैं.
सांस्कृतिक और आर्किटेक्चरल महत्व: डिजाइन में छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को शामिल किया गया है, जो राज्य की परंपराओं को प्रतिबिंबित करता है. यह भवन न केवल कार्यात्मक है, बल्कि सौंदर्यपूर्ण भी, जो राज्य की प्रगति का प्रतीक बनेगा.
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