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| PM Narendra Modi and Bangladesh Chief Advisor Muhammad Yunus hold a meeting in Bangkok, Thailand pic.twitter.com/4POheM34JJ
— ANI (@ANI) April">https://twitter.com/ANI/status/1908040947587219571?ref_src=twsrc%5Etfw">April
4, 2025
विदेशी नेताओं से मुलाकात के समय प्रधानमंत्री मोदी का हावभाव अलग होते हैं. विदेशी नेता से मिलते समय प्रधानमंत्री मोदी को खुद आगे बढ़कर उनका स्वागत करते हैं. वे उनसे गले मिलते हुए मुस्कुराते हुए उनका स्वागत करते हैं. लेकिन मोहम्मद यूनुस के साथ मुलाकात के दौरान ऐसा कुछ नजर नहीं आया. डोनाल्ड ट्रंप, बराक ओबामा, जो बाइडेन या राष्ट्रपति पुतिन..#WATCH">https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#WATCH
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| Bangkok | On PM Modi`s meeting with Bangladesh Chief Advisor Muhammad Yunus in Thailand, Foreign Secretary Vikram Misri says, "PM Modi reiterated India`s support for democratic, stable, peaceful, progressive and inclusive Bangladesh. He underlined Prof. Yunus India`s… pic.twitter.com/7kZiIMIZvP
— ANI (@ANI) April">https://twitter.com/ANI/status/1908078881279496272?ref_src=twsrc%5Etfw">April
4, 2025
मोहम्मद यूनुस ने पीएम मोदी से दिसंबर में मिलने की कोशिश की थी
प्रधानमंत्री मोदी ने इन सभी नेताओं को गले लगाते हुए और गर्मजोशी के साथ उनसे मुलाकात की. पर मोहम्मद यूनुस से मुलाकात के दौरान गर्मजोशी गायब रही. जानकारी के अनुसार मोहम्मद यूनुस ने प्रधानमंत्री मोदी से पिछले साल दिसंबर में मिलने की कोशिश की थी, लेकिन भारत ने कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया . इस क्रम में बांग्लादेश ने बैंकॉक में बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात का अनुरोध किया. शुरुआत में तो भारत तैयार नहीं हुआ पर अंतत: भारत ने मोहम्मद यूनुस से मुलाकात का आग्रह स्वीकार किया. जान लें कि शेख हसीना शासन के अंत के बाद मोहम्मद यूनुस के शासनकाल में जिस तरह से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले किये गये और बांग्लादेश ने पाकिस्तान और चीन से रिश्ते बनाने की शुरूआत की है, उससे भारत के तेवर तल्ख हैं. याद करें कि पिछले सप्ताह मोहम्मद यूनुस बीजिंग में थे वहां उन्होंने भारत के खिलाफ बात करते हुए खुद को बंगाल की खाड़ी का गार्जियन करार दिया था. यूनुस ने भारत के नॉर्थ ईस्ट के नजदीक कारोबार के लिए चीन को आमंत्रण दिया था. बता दें कि बिम्सटेक मंत्रीस्तरीय बैठक के दौरान इसका जवाब देते हुए भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पलटवार किया. कहा कि बंगाल की खाड़ी में सबसे ज्यादा तटीय सीमा भारत ही साझा करता है.पीएम मोदी ने मोहम्मद यूनुस के साथ मुलाकात में हिंदुओं का मुद्दा उठाया
थाईलैंड में बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के साथ पीएम मोदी की बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, पीएम मोदी ने लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण, प्रगतिशील और समावेशी बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन को दोहराया. उन्होंने प्रो. यूनुस के भारत के प्रति समर्थन को रेखांकित किया. विक्रम मिस्री ने बताया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के जो हालात हैं, उस मुद्दे को उठाया गया है. पीएम मोदी ने मोहम्मद यूनुस के साथ मुलाकात में इस मुद्दे को खुलकर उठाया है. उन्होंने गहरी चिंता जताई है. पीएम ने आशा जताई है कि बांग्लादेश सरकार अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभाएगी. इसे भी पढ़ें : अमेरिकी">https://lagatar.in/uproar-in-parliament-over-us-tariffs-opposition-mps-protest-lok-sabha-adjourned-indefinitely/">अमेरिकीटैरिफ पर संसद में हंगामा, विपक्षी सांसदों का प्रदर्शन, लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
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