Channai : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 वैश्विक महामारी को अप्रत्याशित और सदी में एक बार आने वाला संकट करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि देश ने अपने वैज्ञानिकों और आमजन की मदद से आत्मविश्वास के साथ इसका सामना किया. वे यहां अन्ना विश्वविद्यालय के 42वें दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे.
Today is not only a day of achievement, but also of aspirations. I wish that all the dreams of our youth come true. To teachers & other staff members, you are nation-builders, who are creating the leaders of tomorrow: PM Modi at Anna University pic.twitter.com/DVdxkp6Z9N
— ANI (@ANI) July 29, 2022
#WATCH | PM Modi visits multiple classrooms to meet graduating students who couldn’t be present at the main venue of the Anna University convocation ceremony due to space constraints#Chennai pic.twitter.com/XC8fa9vYbY
— ANI (@ANI) July 29, 2022
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हमारी सरकार प्रतिबंधात्मक नहीं, बल्कि उत्तरदायी है
मोदी ने केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार को लेकर कहा कि इस सरकार का स्वभाव सुधार करने का है. हमारी सरकार प्रतिबंधात्मक नहीं, बल्कि उत्तरदायी है. इस क्रम में उन्होंने ड्रोन एवं भू-स्थानिक और बुनियादी ढांचा सहित विभिन्न क्षेत्रों में किये गये सुधारों का जिक्र किया. उन्होंने यहां अन्ना विश्वविद्यालय के 42वें दीक्षांत समारोह में कोविड-19 महामारी को ऐसा ‘अप्रत्याशित और एक सदी में एक बार आने वाला संकट करार दिया, जिसके निपटने की कोई तय नियमावली नहीं थी. कहा कि वैश्विक महामारी ने हर देश की परीक्षा ली.
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पीएम ने कहा कि देश हर क्षेत्र में अग्रणी है
मोदी ने कहा, भारत ने अपने वैज्ञानिकों, स्वास्थ्य सेवा कर्मियों, पेशेवरों और आमजन की मदद से अज्ञात (समस्या) का आत्मविश्वास से मुकाबला किया. परिणामस्वरूप, भारत में हर क्षेत्र को नया जीवन मिल रहा है, चाहे वह उद्योग हो, नवाचार हो, निवेश हो या अंतरराष्ट्रीय व्यापार हो. पीएम ने कहा कि देश हर क्षेत्र में अग्रणी है और बाधाओं को अवसर में बदल रहा है. उन्होंने देश की सहायता के लिए पूर्वप्रभावी कर को हटाने और विभिन्न क्षेत्रों में किये गये सुधारों की सराहना की.
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शिक्षक,गैर शिक्षक राष्ट्र निर्माता हैं
मोदी ने स्नातक करने वाले युवाओं से कहा कि आज का दिन उपलब्धियों का नहीं, बल्कि आकांक्षाओं का दिन है. उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों, गैर शिक्षकों और अन्य कर्मियों की सराहना करते हुए कहा कि वे राष्ट्र निर्माता हैं, जो भावी नेताओं यानी छात्रों को तैयार कर रहे हैं. उन्होंने अपने बच्चों के विकास के लिए अहम बलिदान देने के वास्ते उनके माता-पिता की भी सराहना की.
स्वामी विवेकानंद के शब्दों को याद किया पीएम ने
पीएम मोदी ने 100 साल से अधिक समय पहले कहे गये स्वामी विवेकानंद के शब्दों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने समस्याओं के समाधान के लिए युवा पीढ़ी पर भरोसा दिखाया और उनके ‘‘वे शब्द आज भी प्रासंगिक हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज केवल भारत ही अपने युवाओं की ओर नहीं देख रहा, बल्कि पूरी दुनिया उम्मीद के साथ भारत के युवाओं की ओर देख रही है, क्योंकि आप देश के विकास के इंजन हैं और भारत दुनिया के विकास का इंजन है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत सम्मान की बात होने के साथ-साथ एक बड़ी जिम्मेदारी भी है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने विचार रखे कार्यक्रम में राज्यपाल आर एन रवि, केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन और तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी भी शामिल हुए. समारोह में छात्रों को डिग्री और मेडल प्रदान किये गये.