Latehar : जिले के सलैया जंगल में सुरक्षाबलों की झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गये थे. मुठभेड़ स्थल का इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. पूरे इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गयी है. सुरक्षाबलों द्वारा उग्रवादियों के खिलाफ सघन सर्च अभियान चलाया जा रहा है. मुठभेड़ स्थल के पास के सलैया, नारायणपुर, नावाडीह, गुलेरिया टांड़ समेत अन्य गांवों में सन्नाटा पसरा है. पुलिस के वरीय अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं. सीआरपीएफ 214, झारखंड जगुआर, जिला पुलिस के जवानों ने इलाके को चारों तरफ से घेर रखा है.
इसे भी पढ़ें- लातेहार : मानव तस्कर ने किया आदिम जनजाति समुदाय की दो लड़कियों से दुष्कर्म,छानबीन जारी
उग्रवादी का शव हुआ बरामद, सात हथियार भी मिले
मुठभेड़ में मारे गये उग्रवादी का शव बुधवार को बरामद कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि
मारे गए उग्रवादी की पहचान पलामू जिले का लेस्लीगंज थाना के जेठा गांव के कुंदन कुमार के रूप में की जा रही है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी है. पुलिस ने मुठभेड़ स्थल एके 56 समेत सात हथियार भी बरामद किए हैं.
इसे भी पढ़ें- झारखंड के IPS अफसरों- राजेश कुमार की अर्थी को कंधा देने का साहस कहां से आया आपमें, श्रद्धांजलि देते वक्त हाथ नहीं कांपे
करीब दो घंटे तक दोनों ओर से होती रही गोलीबारी
पुलिस के अधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत नावागढ़ पंचायत के सलैया के जंगल में जेजेएमपी के उग्रवादी जुटे हुए हैं और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले हैं. इसी सूचना पर झारखंड जगुआर की स्मॉल एक्शन टीम जंगल में सर्च अभियान में पहुंची तो उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों को निशाना साधते हुए गोलियां दागनी शुरू कर दी. करीब दो घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी होती रही. इस दौरान सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देखकर उग्रवादी घने जंगलों में भाग गए. स्मॉल एक्शन टीम का नेतृत्व बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजेश कर रहे थे. उग्रवादियों की गोली से राजेश जख्मी हो गए थे. रांची लाने के क्रम में उनकी मौत हो गयी.
[wpse_comments_template]