Advertisement

रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर के नामकरण पर छिड़ा सियासी संग्राम, जानें कौन से हैं वो नाम

Ranchi :  रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. इसका उद्घाटन पहले 19 जून को प्रस्तावित था, लेकिन केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की व्यस्तता के कारण अब यह कार्यक्रम 3 जुलाई को आयोजित किया जाएगा.

 

हालांकि यह फ्लाईओवर अब केवल एक आधारभूत संरचना नहीं रह गया है, बल्कि इसका नामकरण सामाजिक, जातीय और राजनीतिक दावेदारी का अखाड़ा बन गया है. विभिन्न वर्ग और समुदाय चाहते हैं कि इस महत्वपूर्ण परियोजना का नाम उनके नायक के नाम पर रखा जाए.

 

 

शहीद अभिषेक कुमार साहू के नाम पर नामकरण की मांग

 

राष्ट्रीय युवा शक्ति के केंद्रीय अध्यक्ष उत्तम यादव ने मंगलवार को रातू रोड स्थित कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में एलान किया कि 28 अक्टूबर 2020 को लद्दाख में शहीद हुए अभिषेक कुमार साहू के नाम पर इस फ्लाईओवर का नाम रखा जाना चाहिए.

 

अभिषेक मूल रूप से मांडर के चोरिया गांव के निवासी थे और ओबीसी समुदाय से आते थे. यादव ने कहा कि जब कोई जवान देश के लिए अपनी जान न्योछावर करता है, तो उसके नाम पर एक पुल नहीं, पूरा शहर समर्पित किया जा सकता है. यह भी जानकारी दी कि इस नामकरण के समर्थन में एक लाख लोगों से हस्ताक्षर जुटाने का अभियान शुरू किया जाएगा.

 

महाराजा मदरा मुंडा के नाम की जोरदार पैरवी

 

मुंडा समुदाय की ओर से सोशल मीडिया पर एक व्यापक अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें फ्लाईओवर का नाम महाराजा मदरा मुंडा के नाम पर रखने की मांग की जा रही है. समुदाय का कहना है कि मदरा मुंडा छोटानागपुर के पहले महाराजा थे और उनके ऐतिहासिक योगदान को नई पीढ़ी तक पहुंचाना अत्यंत आवश्यक है.

 

शिबू सोरेन के नाम पर खिजरी विधायक की मांग

 

खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने इस फ्लाईओवर का नाम झारखंड आंदोलन के प्रणेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन (गुरुजी) के नाम पर रखने की वकालत की है.उनका तर्क है कि झारखंड राज्य की स्थापना और विकास में गुरुजी का योगदान ऐतिहासिक रहा है और उनके सम्मान में यह एक उपयुक्त कदम होगा.

 

बिनोद बिहारी महतो के नाम की पेशकश

 

कुड़मी समाज की ओर से झारखंड आंदोलन के अग्रणी नेता बिनोद बिहारी महतो के नाम पर फ्लाईओवर का नाम रखने की मांग की गई है. उनका कहना है कि महतो का योगदान झारखंड के लिए अतुलनीय रहा है और उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.

 

वीर बुधु भगत को लेकर आंदोलन

 

जनजातीय सुरक्षा मंच और मुखिया संघ के अध्यक्ष सोमा उरांव ने फ्लाईओवर का नाम कोल विद्रोह के महानायक वीर बुधु भगत के नाम पर रखने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है.उनका कहना है कि बुधु भगत आदिवासी चेतना और बलिदान के प्रतीक हैं और उन्हें सम्मानित करना समय की मांग है.

 

नामकरण को लेकर टकराव, सरकार पर दबाव

 

रातू रोड फ्लाईओवर के नामकरण को लेकर विभिन्न नामों की दावेदारी सामने आ चुकी है, जिससे सामाजिक समीकरण और सियासी पारा दोनों बढ़ गया है. अब सबकी निगाहें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर टिकी हैं कि वे किस ऐतिहासिक या समकालीन व्यक्तित्व को इस फ्लाईओवर से जोड़ते हैं. यह केवल एक नाम नहीं, बल्कि सामाजिक प्रतिनिधित्व और राजनीतिक पहचान का प्रतीक बनने जा रहा है.