Patna: बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर बना रहा पुल रविवार को भरभराकर गिर गया. यह पुल 1717 करोड़ की लागत से अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच बन रहा था. सीएम नीतीश कुमार ने 4 साल पहले इस पुल का शिलान्यास किया था. इस पुल हादसे का भयावह वीडियो सामने आने के बाद इस पर सियासत गरमा गई है. महागठबंधन की सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीजेपी के निशाने पर हैं. महागठबंधन सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. जिसके बाद नीतीश कुमार ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं. वहीं तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि अप्रैल 2022 में भी यह निर्माणाधीन पुल गिरा था. और उस दौरान नेता प्रतिपक्ष के तौर पर हमने इस पर सवाल भी उठाए थे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस पुल की जांच आईआईटी रुड़की से कराई गई जिसके बाद इसके स्ट्रक्चरल डिजाइन में फॉल्ट पाया गया.
अश्विनी कुमार चौबे ने मांगा सीएम से इस्तीफा
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने इस पूरे मामले को लेकर नीतीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि इन दोनों को तुरंत इस्तीफा दें देना चाहिए. वहीं चिराग पासवान ने भी नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि इस पुल निर्माण के काम में भ्रष्टाचार हुआ है. मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
2022 में भी गिर गया था पुल
बता दें कि इस पुल का एक हिस्सा अप्रैल 2022 में आंधी में गिर गया था. उस वक्त इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठाये गये थे. अब दूबारा यह पुल भरभराकर गिर गया. घटना के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है.
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