खबर है कि समझौता रद्द करने के बाद बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की ओर से कंपनी में सहायता राशि दी गयी.
NewDelhi : सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) पिछले साल एक अरब डॉलर के निवेश का प्रस्ताव ठुकरा दिया था. हालांकि उस समय कंपनी फंड की कमी से जूझ रही थी. खबर है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया वैश्विक निवेशकों के साथ अरबों डॉलर के समझौते करने वाली थी, लेकिन आखिरी मिनट में कोविड-19 की वैक्सीन के उत्पादन पर काम करने के लिए धन की कमी रहते हुए भी सीईओ अदार पूनावाला पीछे हट गये. कंपनी के सूत्रों ने यह जानकारी दी है.
मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने कंपनी में सहायता राशि दी.
जानकारी के अनुसार पूनावाला परिवार के स्वामित्व वाली फर्म (एसआईआई) ने पिछले साल अक्तूबर में अंतिम समय में निजी इक्विटी फर्म टीपीजी कैपिटल, अबू धाबी की एडीक्यू और सऊदी अरब की पब्लिक इनवेस्टमेंट फंड (पीआईएफ) के एक सहायता संघ की ओर से दिये गये एक अरब डॉलर का प्रस्ताव ठुकरा दिया. खबर है कि समझौता रद्द करने के बाद बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की ओर से कंपनी में सहायता राशि दी गयी. यह राशि कम और मध्यम आय वाले देशों के वैक्सीन निर्माताओं को दी गयी 300 मिलियन डॉलर राशि में से थी.
पूनावाला ने अपना विचार बदल दिया
जानकारी सामने आयी है कि पूनावाला परिवार एक नयी बनायी गयी सहायक कंपनी के लिए 10 अरब डॉलर जुटा रहा था. इस कंपनी के तहत कोविड वैक्सीन समेत आगामी सभी टीके और एसआईआई के वाणिज्यिक हितों को संभाला जाना था. बता दें कि एसआईआई ने कोविड वैक्सीन विकसित करने के लिए एस्ट्राजेनेका और नोवावैक्स समेत पांच अंतरराष्ट्रीय दवा कंपनियों के साथ साझेदारी की. कंपनी ने एक अरब खुराक का उत्पादन करने के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए भारत को आधा हिस्सा देने की बात कही. हालांकि, बाद में पूनावाला ने अपना विचार बदल दिया और इक्विटी फर्म से फंड लेने से इनकार कर दिया.
एसआईआई ब्रिटेन में करीब 2500 करोड़ रुपये का निवेश कर सकती है.
खबरों आ रही हैं कि वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया जल्द ही ब्रिटेन में करीब 2500 करोड़ रुपये का निवेश कर सकती है. ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने सोमवार को यह जानकारी दी है कि भविष्य में सीरम इंस्टीट्यूट यूके में वैक्सीन भी बना सकता है. पीएम जॉनसन के कार्यालय डाउनिंग स्ट्रीट ने बताया कि 240 मिलियन पाउंड (2460 करोड़ रुपये) के प्रोजेक्ट में क्लिनिकल ट्रायल, रिसर्च और संभवत: वैक्सीन निर्माण भी शामिल हो सकता है.