Ranchi : झारखंड के 19 सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम बेहद निराशाजनक रहे हैं. इन स्कूलों का परिणाम 19.64% से 57% के बीच रहा, जो राज्य द्वारा निर्धारित न्यूनतम मानक 60% से कम है.
इसको लेकर शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है और स्कूल के प्राचार्यों और प्रभारी प्रधानाध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
एक सप्ताह के भीतर DEO के जरिये मांगा लिखित स्पष्टीकरण
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद (JEPF) के निदेशक शशि रंजन ने इस प्रदर्शन को पूरी तरह असंतोषजनक बताया है. उन्होंने कहा कि इन स्कूलों को बेहतर शैक्षणिक माहौल के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं और भौतिक संसाधन उपलब्ध कराए गए थे, इसके बावजूद अपेक्षित परिणाम नहीं आ सके.
परिषद ने संबंधित प्राचार्यों और प्रभारी प्रधानाध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे एक सप्ताह के भीतर जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) के माध्यम से लिखित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें.
खराब प्रदर्शन के कारण
- - खराब परिणाम : 19 स्कूलों का पास प्रतिशत 19.64% से 57% के बीच रहा, जो निर्धारित न्यूनतम मानक से 60% से कम है.
- - कारण बताओ नोटिस : प्राचार्यों और प्रभारी प्रधानाध्यापकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
- - कार्रवाई की तैयारी : झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने कार्रवाई की तैयारी की है और संबंधित प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा है.
- - उपलब्ध संसाधन : शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को पर्याप्त संसाधन और सहयोग उपलब्ध कराये थे.
- - लापरवाही और उदासीनता : कई स्कूलों में दिशा-निर्देशों का पालन नहीं हुआ और शिक्षकों द्वारा पढ़ाई को लेकर विशेष प्रयास नहीं किए गए, जिसे विभाग ने लापरवाही और उदासीनता माना है.
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