Patna : कोरोना काल में जहां लोग परेशान है. वहीं ऑक्सीजन की कमी और दवाओं की कालाबाजारी से लोगों की जान जा रही है. ऐसे समय में लोग अपने द्वारा चुने गये जन प्रतिनिधि से उम्मीद लगाते है. लोग अपने पसंद की जन प्रतिनिधि का चुनाव इसी आपदा के समय के लिए करते है. लेकिन अगर इस आपदा के समय में भी जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र में नहीं जाये और लोगों की समस्या को नहीं सुने. तो आम लोग लापता होने की बात ही कहेंगे.
तेजस्वी यादव के लापता होने का चिपका पोस्टर
इस कोरोना काल में तेजस्वी यादव अपने विधानसभा क्षेत्र में एक बार भी नजर नहीं आये है. जिसे लेकर इस विधानसभा क्षेत्र के कई पंचायतों में लोगों ने उनके लापता होने का पोस्टर लगा दिया है. साथ ही हाजीपुर के सांसद और लोजपा नेता पशुपति पारस के लापता का भी पोस्टर लगा हुआ है. पोस्टर लगाकर लोग इन दोनों का विरोध कर रहे है.
पता बताने वालों को दिया जायेगा 5100 रूपये इनाम
पोस्टर में लिखा गया है कि चुनाव जीतने के बाद सासंद और विधायक अपने क्षेत्र से लापता है.इन लोगों को इस क्षेत्र की जनता खोज रही है. जिन भाइयों या बहनों को दोनों माननीय का पता चलता है वो गांव में आकर इसकी जानकारी दे. जानकारी देने वालों को 5100 रूपये इनाम के तौर पर दिया जायेगा. पोस्टर चिपकने के बाद सियासत शुरू हो गयी है.
पोस्टर चिपकने के बाद सियासत शुरू हो गयी है
पोस्टर चिपकाने की खबर के बाद आरजेडी ने कहा कि ये विरोधियों की साजिश है, आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने पार्टी के सभी विधायकों को अपने क्षेत्र के लोगों को मदद करने की बात कहीं है. और सभी विधायक अपने क्षेत्र में काम कर रहे है. तेजस्वी यादव अपने क्षेत्र के लोगों का ख्याल रखे हुए है. और हर संभंव मदद पहुंचा रहे है.
वहीं बीजेपी प्रवक्ता राम सागर सिंह का कहना है कि जब भी बिहार में आपदा या समस्या आती है तेजस्वी यादव गायब हो जाते है. इस बार भी गायब होना कोई नहीं बात नहीं है. तेजस्वी सिर्फ ट्वीट पर ही लोगों की मदद करना जानते है. उन्हे लोगों की कोई फिक्र नहीं है. यही कारण है कि वो जनता से दूर है.