Jamshedpur : पोटका प्रखंड के आसनबनी पंचायत स्थित तिलामुड़ा गांव की सरला गिरि नामक अविवाहित वृद्धा का दर्द सुनकर हर कोई दांतों तले ऊंगली दबा लेगा. बचपन में माता-पिता को खोने वाली सरला गिरी ने शादी नहीं की. अविवाहित रहकर उम्र के एक ऐसे पड़ाव में पहुंच गई. जहां अब उन्हें खुद सहारा की जरूरत है. अपना घर नहीं होने के कारण वह दूसरों के घरों के बाहर बरामदे में अपनी बची हुई जिंदगी के दिन काटने को विवश है. वृद्धा की दयनीय हालत देख पंचायत की मुखिया मालती टुडू ने क्षेत्र की जिला पार्षद प्रतिमा रानी मंडल से मदद की गुहार लगायी. साथ ही उपायुक्त से मिलने जाने के लिए वाहन उपलब्ध कराया.
गिरने से हाथ टूटा, पांच माह से नहीं मिला पेंशन
सरला गिरी को उपायुक्त के पास लेकर आए पूर्व पार्षद करूणामय मंडल ने बताया कि महिला वृद्ध होने के कारण ठीक से नहीं चल पाती हैं. एक दिन ठोकर लगने से गिरने के कारण उनका बायां हाथ टूट गया. समय पर इलाज नहीं होने के कारण उक्त हाथ अब बेकार हो गया है. उन्होंने बताया कि मुखिया के प्रयास से सरला गिरी का वृद्धा पेंशन मिलना शुरु हुआ. हालांकि इधर पांच माह से पेंशन भी नहीं मिला है. वहीं इकलौता कार्डधारी होने के कारण पांच किलोग्राम ही चावल मिलता है, जिससे उनका गुजर बसर होता है. वृद्धा की व्यथा सुनकर उपायुक्त हुए द्रवित, आवास आवंटन का दिलाया भरोसा
वृद्धा की व्यथा सुनकर उपायुक्त सूरज कुमार भी द्रवित हो गए. जब सरला गिरी ने उन्हें बताया कि उनके माता-पिता की मृत्यु हो गई है. इसी कारण से उसने शादी नहीं करने का प्रण लिया. अब अविवाहित सरला बूढ़ी हो चुकी है. किसी तरह पेंशन के पैसे से उसका गुजारा होता है. लेकिन अपना घर नहीं होने के कारण वह गांव के दूसरे लोगों के बरामदे को ही अपना आशियाना बनाकर रहने को विवश है. उपायुक्त सूरज कुमार ने सरला गिरी को आवास आवंटन का भरोसा दिलाया. उपायुक्त से मिलने वालों में गांव के मिहिर गिरी, समीर गिरी, उमा कान्त महतो आदि शामिल थे. [wpse_comments_template]
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