Dhanbad : अवैध शराब के धंधे में धनबाद जेल भेजे गए कैदी सोबरन चौहान की रविवार को अचानक मौत हो गई. 67 वर्षीय सोबरन चौहान केंदुआडीह थाना क्षेत्र के गोधर देवी मंदिर के पास का रहनेवाला था. पुलिस ने उसे शुक्रवार की रात गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेजा था. जेल में अचानक तबीयत बिगड़ने पर जेल प्रबंधन ने उसे एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया था, जहां रविवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मौत की खबर पाकर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने पुलिस पर कैदी के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. अस्पताल से शव को पोस्टमार्टम के लिए जाने नहीं दिया. वे अस्पताल में काफी देर तक डटे रहे और पुलिस के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया. वे केंदुआडीह थानेदार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगे. देर रात तक शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया था.
सोबरन के खिलाफ पहले से भी कई मुकदमे दर्ज होने की बात कही जा रही है. पुलिस ने उसे शुक्रवार की रात उसकी अंडा दुकान से गिरफ्तार किया था. परिजनों का कहना है कि जब उनकी जेल में तबीयत बिगड़ गई थी, तब घर वालों को खबर क्यों नहीं दी गई. रविवार की सुबह बीमार होने की खबर मिली, जब अस्पताल पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी. मामले की खबर करीब 10 बजे अस्पताल प्रबंधन की ओर से परिजनों को दी गई. शव अस्पताल के डीप फ्रीजर में रखा हुआ है. शव के पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जा रहा है. जिसमें चार चिकित्सक रहेंगे और पोस्टमार्टम की रिकार्डिंग कराई जाएगी.
मर जाएगा तो लाश लाकर फेंक देंगे
परिजनों का कहना है कि सोबरन पहले शराब का कारोबार करते थे. बाद में धंधे को छोड़ दिया. इसके बाद भी पुलिस उससे पैसा ऐंठने के लिए परेशान करती थी. इस बार भी उस पर पैसे के लिए दबाव बनाया जा रहा था. जब पैसा नहीं दिया, तो झूठा केस बनाकर जेल भेज दिया. आरोप है कि परिजनों के सामने ही पुलिस ने उसे जमकर पिटाई की थी. थानेदार के साथ एक अन्य व्यक्ति भी था जो पूरे क्षेत्र में वसूली का काम करता है. उसने भी सोबरन के साथ मारपीट की. मना करने पर पुलिस के लोगों ने कहा कि मर जाएगा तो लाश लाकर दरवाजे पर फेंक देंगे. परिजन इसी बात पर गुस्से में हैं. वे थानेदार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं.
परिजनों का आरोप बेबुनियाद : डीएसपी
डीएसपी विधि व्यवस्था नौशाद आलम ने सोबरन के साथ प्रताड़ना या ज्यादती से इनकार किया है. उन्हेंने कहा कि सोबरन अवैध शराब बेचने के आरोप में पहले भी जेल जा चुका था. परिजनों का आरोप बेबुनियाद है. पूरे मामले की जांच के बाद स्थिति साफ हो जाएगी.
यह भी पढ़ें : महाराष्ट्र बीजेपी की पहली लिस्ट में 99 उम्मीदवारों का ऐलान
Leave a Reply