New Delhi : कांग्रेसी सांसद प्रियंका गांधी ने लोकसभा मे पहलगाम आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार पर करारा हमला किया. उन्होंने सुरक्षा में गंभीर चूक बताते हुए पूछा कि आखिर इस हमले की जिम्मेदारी किसकी है. ऑपरेशन सिंदूर को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारी सेना ने बहादुरी के साथ लड़ाई लड़ी, लेकिन इसका श्रेय प्रधानमंत्री जी लेना चाहते हैं.
Congress MP Priyanka Gandhi Vadra says, "Union Home Minister spoke about my mother's tears today. I want to answer this. My mother's tears fell when terrorists killed my father. Today, when I talk about those 26 people (victims of the Pahalgam attack), it is because I understand… pic.twitter.com/ZPwbqgePTe
— ANI (@ANI) July 29, 2025
कल गौरव गोगोई जी ने सदन में गृह मंत्री जी से पूछा- क्या पहलगाम हमले में आपकी जिम्मेदारी नहीं थी?
— Congress (@INCIndia) July 29, 2025
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी अपना सिर हिला रहे थे, शायद उन्हें महसूस हुआ हो कि कुछ जिम्मेदारी थी, लेकिन गृह मंत्री अमित शाह हंस रहे थे।
: लोकसभा में कांग्रेस महासचिव व सांसद श्रीमती… pic.twitter.com/MXQ3MJ9FXH
प्रियंका गांधी ने सरकार से सवाल किया कि क्या नागरिकों की सुरक्षा रक्षा मंत्री और गृह मंत्री की जिम्मेदारी नहीं है. उन्होंने कहा कि बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में आतंकवादी संगठन TRF ( पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा का एक हिस्सा) ने जिम्मेदारी ली है.
प्रियंका गांधी ने कहा कि आतंकियों ने पर्यटकों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया और अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गयी. कहा कि यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर में नागरिकों पर सबसे घातक हमला माना है.
प्रियंका गांधी ने सवाल उठाया कि इस हमले(पहलगाम हमला) के बाद क्या सेना प्रमुख, क्या इंटेलीजेंस प्रमुख ने इस्तीफा दिया. पूछा कि क्या गृह मंत्री ने इस्तीफा दिया. कहा कि इस्तीफा छोड़िए, जिम्मेदारी तक नहीं ली. 11 साल से सत्ता में आप हैं. कल मैं देख रही थी, जब गौरव गोगोई जब जिम्मेदारी की बात कर रहे थे तो राजनाथ सिंह सिर हिला रहे थे. गृह मंत्री हंस रहे थे.
प्रियंका गांधी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने आज मेरी मां के आंसुओं के बारे में बात की. मैं इसका जवाब देना चाहती हूं। मेरी मां के आंसू तब बहे थे जब आतंकवादियों ने मेरे पिता को मार डाला था. आज, जब मैं उन 26 लोगों (पहलगाम हमले के पीड़ितों) के बारे में बात करती हूं, तो ऐसा इसलिए है क्योंकि मैं उनका दर्द समझती हूं.
प्रियंका ने हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी का जिक्र किया. कहा कि शुभम अपने परिवार के साथ पहलगाम की खूबसूरत वादियों का आनंद लेने गये थे, लेकिन आतंकियों ने शुभम को उनकी पत्नी के सामने गोली मार दी. प्रियंका कहा कि शुभम जैसे कई लोग सरकार के शांतिपूर्ण कश्मीर के दावों पर भरोसा कर वहां गये थे, लेकिन उन्हें सुरक्षा के नाम पर कुछ भी हासिल नहीं हुआ.
प्रियंका ने कहा, इन्होंने कल कहा कि मुंबई हमले के बाद मनमोहन सरकार ने कुछ नहीं किया. जब घटना चल रही थी, तभी तीन आतंकियों को मार दिया गया था. एक बचा था जिसे पकड़ा गया और बाद में फांसी दी गयी. उस समय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और देश के गृह मंत्री ने इस्तीफा दिया था.
प्रियंका ने तंज कसा कि राजनाथ जी उरी-पुलवामा के समय गृह मंत्री थे, आज वह रक्षा मंत्री हैं. अमित शाह के समय मणिपुर जल रहा है, दिल्ली दंगे हुए, पहलगाम हुआ और आज भी वह गृह मंत्री बने हुए हैं.
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