चुनौतीपूर्ण काम का अपना ही आनंद होता है
मोदी ने सिविल सेवाओं के क्षेत्र में नए सुधारों अर्थात मिशन कर्मयोगी का उल्लेख करते हुए कहा, अधिकारियों को प्रार्थना करनी चाहिए कि उन्हें कभी भी आसान काम न मिले, क्योंकि चुनौतीपूर्ण काम का अपना ही आनंद होता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जितना अधिक आप कंफर्ट जोन में जाने की सोचेंगे, उतना ही आप अपनी प्रगति और देश की प्रगति को रोकेंगे.स्वयं को तेज गति से विकसित करना होगा
प्रधानमंत्री ने निवर्तमान बैच की विशिष्टता का उल्लेख करते हुए कहा कि यह बैच आज़ादी के अमृत महोत्सव वर्ष में सक्रिय सेवा के रूप में प्रवेश कर रहा है और अगले 25 वर्ष के अमृतकाल में देश के विकास में अहम भूमिका निभाएगा. उन्होंने कहा कि महामारी के बाद की दुनिया में उभरती नई विश्व व्यवस्था इस मोड़ पर भारत की ओर देख रही है. इस नई विश्व व्यवस्था में भारत को अपनी भूमिका बढ़ानी होगी और स्वयं को तेज गति से विकसित करना होगा. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि 21वीं सदी के सबसे बड़े लक्ष्य यानी आत्मनिर्भर भारत और आधुनिक भारत के लक्ष्य पर विशेष ध्यान देते हुए इस अवधि के महत्व को ध्यान में रखें. उन्होंने कहा कि हम इस अवसर को खोने का जोखिम नहीं उठा सकते. इसे भी पढ़ें – सौगातः">https://lagatar.in/saugata-bihar-will-be-given-maximum-quota-of-13800-crores-in-prime-ministers-housing-scheme/">सौगातःप्रधानमंत्री आवास योजना में बिहार को सबसे अधिक कोटा,13,800 करोड़ देगा केंद्र [wpse_comments_template]

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