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भारी पुलिस सुरक्षा के बीच आज तड़के किया गया प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता का अंतिम संस्कार, 6 पुलिस कर्मियों पर हत्या का केस

 Kanpur : कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की गोरखपुर में हुई मौत का मामला गरमाता जा रहा है. बता दें कि अपनी मांगें पूरी न होने तक शव का दाह संस्कार न करने पर अड़े परिवार को पुलिस ने मना कर दाह संस्कार करवा दिया.  आज गुरुवार तड़के भैरो घाट पर दाह संस्कार किया गया. मौके पर भारी पुलिस फोर्स सहित प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे. इससे पूर्व बुधवार सुबह परिजन मनीष का शव लेकर बर्रा स्थित आवास पहुंचे. तब मनीष गुप्ता की पत्नी ने कहा था कि जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात नहीं हो जाती,  वह पति का अंतिम संस्कार नहीं करेंगी. इस पर अधिकारियों ने आश्‍वासन दिया कि गुरुवार को कानपुर दौरे पर आ रहे सीएम परिवार से मिल सकते हैं. इसे भी पढ़ें : सुप्रीम">https://lagatar.in/after-supreme-court-nhrc-also-objected-to-modis-picture-in-email-said-did-not-know-that-we-were-being-used/">सुप्रीम

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मीनाक्षी ने बताया कि उससे कहा गया कि अंतिम संस्कार के बाद सीएम से मुलाकात करवा दी जायेगी

बुधवार देर रात नेताओं और भीड़ के चले जाने के बादगुरुवार तड़के पुलिस फोर्स की सुरक्षा के बीच परिवार और शव को भैरो घाट लाया गया और अंतिम संस्कार कर दिया गया. मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने बताया कि उन्हें कहा गया कि वह शव का सम्मान करें. जो चला गया वह वापस नहीं आयेगा. अंतिम संस्कार के बाद उनकी मुलाकात सीएम से करवा दी जायेगी. मीनाक्षी ने कहा कि उनकी सीएम से अभी तक कोई बात नहीं हुई है, लेकिन पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के कहने पर उन्होंने शव का दाह संस्कार कर दिया. कानपुर के बर्रा तीन में रहने वाले मनीष गुप्ता (36) एक रियल स्टेट कंपनी के लिए काम करते थे. मनीष परिवार के इकलौते बेटे थे.  परिवार में बुजुर्ग पिता पत्नी मीनाक्षी और बेटे अभिराज (4) के साथ रहते थे.  मनीष की शादी 8 साल पहले मीनाक्षी से हुई थी. इसे भी पढ़ें : CAG">https://lagatar.in/cag-report-after-formation-of-modi-government-at-the-centre-agencies-of-gujarat-got-350-percent-more-amount/">CAG

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पुलिस ने मनीष को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया

जान लें कि मनीष अपने दोस्तों प्रदीप चौहान, हरदीप सिंह के साथ गोरखपुर घूमने के गये थे. मनीष अपने दोस्तों के साथ होटल कृष्णा पैलेस के रूम नंबर 512 में ठहरे थे. आरोप है कि सोमवार रात लगभग 12.30 बजे रामगढ़ ताल पुलिस होटल में चेकिंग करने पहुंची.  पुलिस ने रूम का दरवाजा खुलवाया और सभी से आईडी मांगी. आईडी चेक करने के बाद पुलिस सभी के बैग चेक करने लगी. जानकारी के अनुसार पुलिस की इस कार्र्वाई पर मनीष ने कहा कि हम लोग कोई आतंकवादी नहीं हैं.  पुलिस को यह बात नागवार गुजरी. आरोप है कि पुलिस ने मनीष और उसके दोस्तों को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया. पुलिस ने मनीष को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया.उसकी हालत बिगड़ने लगी. यह देख पुलिस मनीष को एक निजी हॉस्पिटल ले गयी. वहां से मनीष को बीआरडी हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया. पुलिस ने एंबुलेंस से मनीष को बीआरडी भेजा. लेकिन वहां उन्‍हें मृत घोषित कर दिया गया. मनीष के परिजनों का आरोप है कि उनके शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे.  मनीष को  बुरी तरह से पीटा गया था.

होटल की तस्वीर सामने आयी 

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alt="" width="600" height="400" /> कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की गोरखपुर पुलिस द्वारा पिटाई से मौत मामले में वह तस्वीरें सामने आ गयी  हैं, जिसमें पुलिसकर्मी होटल में मनीष और उनके दोस्तों की तलाशी लेते हुए दिखाई दे रहे हैं. होटल के कमरे में रामगढ़ताल थाना इंचार्ज जगत नारायण सिंह और सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा आईडी चेक करते हुए नजर आ रहे हैं. इसे भी पढ़ें : सिब्बल">https://lagatar.in/sibal-said-it-is-unfortunate-not-to-be-president-congress-party-cwc-meeting-should-be-called-soon/">सिब्बल

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 मीनाक्षी ने सरकार के सामने तीन मांगें रखी हैं

मीनाक्षी ने गुरुवार तड़के पति की अंत्येष्टि के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह सीबीआई जांच नहीं चाहती हैं.  मीनाक्षी ने कहा, `मै सीबीआई जांच नहीं चाहती हूं, मैं वह दूसरी वाली जांच चाहती हूं.  वह कहती हैं हां एसआईटी वाली जांच हो. बता दें कि मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने सरकार के सामने तीन मांग रखी हैं. इसमें केस को कानपुर में ट्रांसफर करने, 50 लाख की आर्थिक मदद और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी शामिल है.  साथ ही पत्नी की मांग है कि मौत के बदले मौत की सजा ही दी जाये.  इस संबंध में कानपुर के डीएम विशाख का कहना है कि अबतक परिवार को 10 लाख की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है. आगे की मांगों पर उच्च अधिकारी फैसला लेंगे.

पुलिसवालों का वीडियो वायरल

केस में कुछ वीडियोज भी सामने आ रहे हैं. एक वीडियो में पुलिसवाले पीड़ित परिवार से मिलने के दौरान उनको समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि कोर्ट में यह मामला लंबा खिंचता जायेगा. सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में अधिकारी समझा रहे हैं कि किस तरह से पुलिसवालों का परिवार बर्बाद हो जायेगा, वह एफआईआर न करें. उन्हें नौकरी का प्रलोभन भी दिया जा रहा है.

मेरे परिवार को पुलिस वालों ने बर्बाद कर दिया 

मनीष की पत्नी मीनाक्षी का कहना है कि मेरे परिवार को पुलिस वालों ने बर्बाद कर दिया है.  मनीष की पुलिस कर्मियों ने क्यों इतनी बेरहमी से पिटाई की, आखिर उनका क्या कसूर था.  मैंने सीएम को कई ट्वीट किये.  लेकिन अब ट्विटर ब्लॉक कर दिया गया है.  मीनाक्षी की तहरीर पर 3 नामजद समेत 6 पुलिस कर्मियों पर हत्या का केस दर्ज किया गया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार मनीष की मौत सिर पर चोट लगने की वजह से हुई है.

अखिलेश यादव ने यूपी सरकार की निंदा की

पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस विवाद पर यूपी सरकार की निंदा की  है. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा था कि गोरखपुर में पुलिस की बर्बरता ने एक युवा व्यापारी की जान ले ली. ये बहुत ही दुखद और निंदनीय है. उप्र की भाजपा सरकार ने एनकाउंटर की जिस हिंसक संस्कृति को जन्म दिया है, ये उसी का दुष्परिणाम है. संलिप्त लोगों पर हत्या का मुक़दमा चले और उप्र को हिंसा में धकेलने वाले इस्तीफा दें. समाजवादी पार्टी ने भी ट्वीट कर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. ट्वीट कर लिखा कि भाजपा सरकार में पुलिस का स्तर संवेदनशीलता की शून्यता से भी नीचे जा चुका है. गोरखपुर में व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या के बाद पुलिस को उनके बच्चे पर भी दया नहीं आयी.  रास्ते भर बच्चा भूख से तड़पता रहा लेकिन पुलिस वालों ने गाड़ी नहीं रोकी, शर्मनाक! अत्याचार की सारी हदें पार. [wpse_comments_template]
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