Ranchi: एचईसी क्षेत्र में अतिक्रमण के नाम पर बस्तियों को उजाड़ने के विरोध में सोमवार को बस्ती बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों बस्तीवासियों ने जोरदार प्रदर्शन किया. सुंदरगढ़ बाईपास रोड स्थित बस्ती से जुलूस की शक्ल में निकले प्रदर्शनकारी बिरसा चौक पहुंचे. जहां उन्होंने "बस्ती उजाड़ना बंद करो", "फ्लैट नहीं, मालिकाना हक चाहिए", "गरीबों को उजाड़ना बंद करो" जैसे नारे लगाए और एचईसी प्रबंधन का पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज कराया. सभा की शुरुआत समिति के संयोजक मिंटू पासवान द्वारा पुतला जलाकर की गई. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सरकार और एचईसी प्रबंधन लगातार गरीब बस्तीवासियों को उजाड़ने की साजिश कर रहे हैं, ताकि कॉरपोरेट और अमीर तबकों को लाभ पहुंचाया जा सके. उन्होंने कहा कि, "हमने तिनका-तिनका जोड़कर अपने घर बसाए हैं, बच्चों की शिक्षा में लगे हैं, मेहनत से जीवन यापन कर रहे हैं. लेकिन यह व्यवस्था हमें चैन से जीने नहीं देना चाहती." मिंटू पासवान ने वर्ष 2011 की घटनाओं को याद दिलाते हुए कहा कि उस समय भी इसी प्रकार बस्तियों को उजाड़ने की कोशिश की गई थी. लेकिन बस्तीवासियों की एकता ने उन प्रयासों को विफल कर दिया था. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार और प्रबंधन ने अपना रवैया नहीं बदला, तो आंदोलन और भी उग्र रूप ले सकता है. सभा को दिलीप कुमार, हरेंद्र सिंह, बिरसा सोहन, हीरामणि देवी, रिंकी कुमारी, नीली कुमारी, लक्ष्मी देवी, रम्या उरांव, शीला देवी, और संजीत कुमार रवि सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया. सभी ने एक स्वर में बस्तियों के नियमितीकरण और बस्तीवासियों को मालिकाना हक देने की मांग की. इसे भी पढ़ें -झारखंड">https://lagatar.in/the-fight-against-naxalites-in-jharkhand-is-at-a-crucial-point-15-naxalites-killed-in-four-months/">झारखंड
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