Purnia: वन विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही से बीस से अधिक सांपों की मौत हो गई. घटना के बाद लोगों में आक्रोश है. मामला राजेंद्र बाल उद्यान का है. लोगों का आरोप है कि तीन सप्ताह पहले से वन विभाग के कर्मचारी सांपों को पकड़कर बोरे में बंद यहां रखे हुए थे.
कई सांपों की मौत के बाद जब दुर्गंध फैलने लगी, तब लोगों को शक हुआ. जब लोगों की भीड़ जुट गई तब सच्चाई सामने आई. हंगामा बढ़ने के बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के कर्मी मुकेश कुमार और फॉरेस्टर अशोक कुमार ने स्वीकार किया कि ये सांप लोगों के घरों से पकड़कर यहां अस्थायी रूप से रखा गया था.
उनका कहना था कि इन सांपों को सिंघिया जंगल में छोड़ने की योजना थी, लेकिन समय पर कार्रवाई नहीं हो पाई. हंगामा के बाद जल्द ही वन विभाग की टीम तत्काल बोरे में बंद बचे हुए सांपों को लेकर सिंघिया जंगल जाकर छोड़ आई.
बता दें भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत सांप जैसे संरक्षित जीवों को पकड़ना, उन्हें नुकसान पहुंचाना या उन्हें बंदी बनाकर रखना गैरकानूनी है. बावजूद इसके, वन विभाग द्वारा बिना उचित सुविधा और देखभाल के सांपों को इतने दिनों तक बंद रखा. इससे सांपों की मौत हो गई.
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