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पूर्णिया विश्वविद्यालय : छात्रों ने कुलपति को 4 घंटे बनाया बंधक, मामला दर्ज

Bihar :   बिहार के पूर्णिया विश्वविद्यालय में गुरुवार को उस समय तनाव की स्थिति बन गई, जब छात्र नेता राजा कुमार और उनके सहयोगियों ने वाइस चांसलर डॉ विवेकानंद सिंह समेत अन्य अधिकारियों को कुलपति कार्यालय में कथित रूप से चार घंटे तक बंधक बना लिया गया. विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस घटना को लेकर स्थानीय थाना में लिखित शिकायत दी गई है, वहीं छात्रों ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया है. छात्र नेता राजा कुमार, विश्वविद्यालय में हाल ही में जारी पीएचडी एडमिशन टेस्ट के संशोधित परिणाम को लेकर कुलपति से मिलने पहुंचे थे. उस वक्त वीसी के चेंबर में एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही थी, गार्ड ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो छात्र धक्का मुक्की करके अंदर घुस गए. छात्रों ने न सिर्फ अभद्र भाषा का प्रयोग किया बल्कि शिक्षकों के साथ भी दुर्व्यवहार किया. इसके बाद वीसी चेंबर के दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया. इसे भी पढ़ें : बिहार">https://lagatar.in/bihar-now-mutation-jamabandi-land-tax-can-be-done-from-home-services-are-now-online/">बिहार

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पीएचडी एडमिशन टेस्ट के संशोधित परिणाम को लेकर गए थे मिलने : छात्र  छात्र राजा कुमार का कहना है कि हाल ही में पीएचडी एडमिशन टेस्ट के संशोधित परिणाम आये थे. पहले जारी की गई मेरिट सूची में जिन छात्रों को सफल घोषित किया गया था, उन्हें नए रिजल्ट में असफल कर दिया गया. संशोधित सूची में 187 छात्रों को सफल बताया गया, लेकिन पहले से सफल कई छात्रों का नाम उसमें नहीं था. वह इसी मुद्दे को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से कुलपति से मिलने गए थे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसे गलत तरीके से पेश किया और उन्हें जानबूझकर फंसा दिया. प्रशासन का आरोप-शिक्षकों के साथ किया दुर्व्यवहार वाइस चांसलर डॉ विवेकानंद सिंह का कहना है कि जब वह अपने चेंबर में एक महत्वपूर्ण बैठक कर रहे थे, उसी समय छात्र नेता राजा कुमार अपने कुछ साथियों के साथ जबरन वहां घुस आए. उन्होंने गार्ड के साथ धक्का-मुक्की की और चेंबर के दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया, जिससे कुलपति और अन्य अधिकारी करीब चार घंटे तक अंदर बंधक बने रहे. डॉ. सिंह ने कहा कि हमने तुरंत स्थानीय थाने को फोन से सूचना दी और बाद में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई. इसे भी पढ़ें : 11वीं-13वीं">https://lagatar.in/11th-13th-jpsc-document-verification-interview-schedule-released-download-call-letter-like-this/">11वीं-13वीं

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छात्रों का इंकार छात्र राजा कुमार ने प्रशासन के आरोपों को सिरे से खारिज किया है. उनका कहना है कि हम सिर्फ छात्रों की जायज मांगों को लेकर कुलपति से मिलने गए थे. किसी को बंधक बनाने का कोई सवाल ही नहीं उठता. विश्वविद्यालय प्रशासन हमारे आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रहा है. इधर अन्य छात्रों का कहना है कि उनके साथ अन्याय हुआ है और वे सिर्फ अपनी बात शांतिपूर्वक तरीके से रखने की कोशिश कर रहे थे. उनका आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की आवाज़ दबाने के लिए पुलिस कार्रवाई का सहारा ले रहा है. पुलिस कर रही मामले की जांच घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कुलपति समेत अन्य अधिकारियों को मुक्त कराया. फिलहाल स्थानीय थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच में जुट गई है.